कर्मयोगी में झांकियों से दिया एक ईंट एक रूपया का सन्देश
आगरा। दो ऊंट, चार घोड़े और बैंड बाजो की धून पर चलते अग्रवंशी। मार्ग में महाराजा अग्रसेन और महारानी माधवी के गूंजते जयघोष। समाजवाद और एक ईंट, एक रुपए का सिद्धांत का सन्देश देती झांकियां। ये नजारा था अग्रकुल प्रवर्तक महाराजा अग्रसेन की 5148 वीं जन्म जयंती पर अग्र मिलन समिति की ओर से कमला नगर स्थित कर्मयोगी एक्सटेंशन से निकाली गयी शोभायात्रा का। शोभायात्रा का उद्घाटन समाजसेवी कान्ता प्रसाद अग्रवाल, कौशल किशोर सिंघल, मुरारी प्रसाद अग्रवाल और सतीश चंद गर्ग ने किया।
समिति के अध्यक्ष पवन बंसल ने बताया कि कर्मयोगी बनी अग्रोहा नगरी में 18 वैश्य गोत्रो के द्वार बनाये गए है जिसमे ‘सिंह द्वार’ मुख्य द्वार के रूप में सजाया है। शोभायात्रा में आठ सजी झांकियों में 18 राजकुमार और नौ देवी के स्वरूप की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। महाराजा अग्रसेन बने संजीव अग्रवाल व महारानी माधवी बनी अनीता अग्रवाल की जगह जगह आरती उतरी गयी।
महासचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि शोभायात्रा यमुना बिहार चौराहा से अमिता बिहार होते हुए कर्मयोगी क्षेत्र में भ्रमण करते हुए कर्मयोगी फुब्बारे पर सम्माप्त हुई। जगह-जगह शोभायात्राओं की आरती और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। कर्मयोगी फुब्बारा पर बने अग्रोहा धाम महल पर समापन महाआरती का आयोजन किया गया। इससे पहले सुबह 11 बजे से कर्मयोगी फाउंटेन पर हवन किया गया । इस अवसर पर पार्षद कंचन बंसल, कोषाध्यक्ष विजय अग्रवाल, उपाध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल, प्रमेन्द्र गर्ग, पवन अग्रवाल, सुमित गर्ग, दिनेश चंद बंसल, शुभम अग्रवाल, अंकित बंसल, राजू बंसल, गिरीश चंद अग्रवाल, हरीश गोयल, दिनेश मंगल, संजय गुप्ता, संचित गोयल, सचिन अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, हर्ष आदि मौजूद रहे।