महर्षि वाल्मीकि: मानव जाति के कल्याण और राक्षसी प्रवृत्ति के संहार का मार्ग प्रशस्त

Arjun Singh
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महर्षि वाल्मीकि के प्रकटोत्सव पर नगर निगम के कर्मचारियों ने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके आदर्शों को आत्मसात करने और उनके बताए मार्ग का अनुसरण करने का आह्वान किया। आकाश नरवर ने अपने संदेश में कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना कर मानव जाति के कल्याण और राक्षसी प्रवृत्ति के संहार का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने सभी से महर्षि वाल्मीकि के आदर्शों पर चलने की अपील की।

नगर निगम के डेविड ने बताया कि आज भी जेहाद और आतंकवाद जैसी राक्षसी शक्तियां मानव जाति के लिए बड़ा खतरा बनी हुई हैं। उन्होंने सभी देशवासियों से महर्षि वाल्मीकि प्रकटोत्सव पर इन राक्षसी प्रवृत्तियों का समूल नाश करने का संकल्प लेने का आह्वान किया।

वार्ड 43 के सुपरवाइजर रविंद्र सिंह ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण के माध्यम से भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र को जन-जन तक पहुंचाया और उन्हें आदि कवि का सम्मान मिला। उन्होंने सदैव राक्षसी और आसुरी शक्तियों का मर्दन कर मानव जाति के कल्याण, प्रगति और सुख-समृद्धि को प्राथमिकता दी। भगवान श्रीराम ने महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाओं को आत्मसात कर रावण जैसी राक्षसी शक्तियों का सर्वनाश किया।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों में मुकुल नरवर, विशाल, दीपक आदि ने महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए मानव जाति की रक्षा का संकल्प लिया।

महर्षि वाल्मीकि का संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है, और हम सभी को उनके आदर्शों के प्रति जागरूक रहना चाहिए।

 

 

 

 

 

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