झांसी, सुल्तान आब्दी: झांसी रेलवे स्टेशन पर आज जीआरपी (रेलवे पुलिस) द्वारा एक महत्वपूर्ण मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों को युद्ध जैसी आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान स्वयं को सुरक्षित रखने के तरीकों से अवगत कराना था। मॉकड्रिल के माध्यम से यात्रियों को यह समझाया गया कि जब उन्हें सायरन की आवाज़ सुनाई दे, तो उन्हें किस प्रकार तत्काल सुरक्षात्मक कदम उठाने चाहिए।
जीआरपी के पुलिस अधीक्षक विपुल कुमार ने इस मॉकड्रिल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सायरन की आवाज़ सुनाई देने पर लोगों को तुरंत किसी मोटी दीवार के सहारे से चिपक जाना चाहिए या फिर ज़मीन पर लेट जाना चाहिए। यह उन्हें संभावित विस्फोट या अन्य खतरों से बचाने में सहायक होगा। इसके अतिरिक्त, जीआरपी कर्मियों को यह भी प्रशिक्षित किया गया कि घायलों को सुरक्षित रूप से कैसे उठाया जाए और उन्हें प्राथमिक उपचार देते हुए जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जाए। पुलिस अधीक्षक ने जीआरपी की पूरी टीम को किसी भी अप्रिय घटना या विपत्ति से निपटने के लिए 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए।
रेलवे प्रशासन द्वारा आयोजित इस मॉकड्रिल का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को जागरूक करना और उन्हें यह बताना था कि सायरन की आवाज़ सुनने पर उन्हें तुरंत किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाना चाहिए और वहां किस प्रकार अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। मॉकड्रिल के दौरान यात्रियों को इन सभी महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया और समझाया गया।
इसके अतिरिक्त, रेलवे प्रशासन के अधिकारियों और जीआरपी के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से रेलवे स्टेशन परिसर में एक सघन चेकिंग अभियान भी चलाया। इस अभियान का उद्देश्य स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेना और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखना था। यह मॉकड्रिल और चेकिंग अभियान ऐसे समय में महत्वपूर्ण हैं जब देश की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरती जा रही है।
