एसीपी इमरान अहमद की भूमिका की जांच की मांग, जनसंख्या समाधान फाउंडेशन ने उठाई आवाज
खेरागढ़ (आगरा)। जनपद के थाना खेरागढ़ क्षेत्र के नगला सबदल गांव से करीब चार माह पूर्व लापता हुई नाबालिग बालिका की बरामदगी अब तक न होने पर परिजनों और सामाजिक संगठनों का आक्रोश सामने आया है। इस संबंध में जनसंख्या समाधान फाउंडेशन नामक हिंदूवादी संगठन ने सोमवार को पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर मामले में त्वरित कार्रवाई और संबंधित अधिकारियों की भूमिका की जांच की मांग की है।
ज्ञापन में बताया गया कि 28 फरवरी 2025 को नगला सबदल निवासी एक नाबालिग बालिका को पास के गांव सरेंदी निवासी युवक अमन उस्मानी बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था। परिजनों के अनुसार उन्होंने बच्ची की तलाश के लिए थाना खेरागढ़, एसीपी कार्यालय, महिला आयोग से लेकर पुलिस कमिश्नर तक गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।परिवार ने आरोप लगाया कि मामले में तैनात एसीपी इमरान अहमद की भूमिका शुरू से ही संदेहास्पद रही। उनका कहना है कि पहले तो तहरीर लेने में पुलिस ने आनाकानी की, और बाद में जो तहरीर दर्ज की गई, उसमें से महत्वपूर्ण नाम हटा दिए गए। पूछताछ की प्रक्रिया को भी केवल औपचारिकता तक सीमित रखा गया।जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि नाबालिग की शीघ्र बरामदगी सुनिश्चित की जाए और एसीपी इमरान अहमद की भूमिका की स्वतंत्र जांच करवाई जाए। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो वे जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करेंगे।ज्ञापन सौंपने वालों में संगठन के जिलाध्यक्ष सुदामा सिंह छौंकर, उपाध्यक्ष हर्ष शर्मा, भूरा सोलंकी, सत्यवीर सोलंकी, सुरेश बाबू जी, अजय हिंदुस्तानी, अनिल कुमार एसएम, लल्लू प्रधान, उदयवीर सिंह, लवकुश ठाकुर, सन्नी, कालू भगत जी सहित पीड़ित परिवार के सदस्य भी उपस्थित रहे।