मिढ़ाकुर (आगरा): पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज, मिढ़ाकुर ने एक बार फिर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी रचनात्मक सोच और नवाचार का परचम लहराया है। विद्यालय में आयोजित 40 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर का समापन आज एक भव्य और प्रेरणास्पद माहौल में संपन्न हुआ। इस शिविर ने छात्रों के शारीरिक विकास के साथ-साथ उन्हें डिजिटल साक्षरता और आधुनिक तकनीकों में भी दक्ष किया, जिससे शिक्षा की पारंपरिक परिभाषा को एक नया आयाम मिला है।
शिविर की मुख्य विशेषताएं: खेल और तकनीक का अनूठा संगम
इस समर कैंप को छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए डिज़ाइन किया गया था, जिसमें कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया:
- राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों द्वारा खेल प्रशिक्षण: वॉलीबॉल, खो-खो, कबड्डी और टेबल-टेनिस जैसे खेलों में 150 से अधिक छात्र-छात्राओं को पेशेवर मार्गदर्शन मिला, जिससे उनकी खेल प्रतिभाओं को निखारने का अवसर प्राप्त हुआ।
- आधुनिक डिजिटल शिक्षा: 50 छात्रों के एक विशेष बैच को कंप्यूटर साक्षरता, इंटरनेट उपयोग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे उभरते विषयों का गहन प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रयास उन्हें भविष्य की तकनीकी चुनौतियों के लिए तैयार करेगा।
- संपूर्ण विकास पर बल: यह शिविर खेल और तकनीकी शिक्षा का एक अद्वितीय संगम था, जिसने छात्रों को शारीरिक और मानसिक दोनों स्तरों पर विकसित होने में मदद की।
समापन समारोह की झलकियां और गणमान्य व्यक्तियों का उद्बोधन
समापन समारोह में कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और छात्रों को प्रेरित किया।
- मुख्य अतिथि श्री राजेश कुमार (आई.ए.एस.), अपर मंडलायुक्त, आगरा ने शिविर की सराहना करते हुए कहा, “ग्रामीण परिवेश में इस प्रकार का समर्पित प्रयास अत्यंत प्रेरणादायक है। यह शिविर छात्रों को न केवल किताबी शिक्षा बल्कि जीवन के प्रत्येक पहलू के लिए तैयार कर रहा है।”
- कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. मुकेश चन्द्र अग्रवाल, संयुक्त शिक्षा निदेशक, आगरा मंडल ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा, “ऐसे शिविर भविष्य की नींव हैं। मैं समस्त प्रधानाचार्यों से अपेक्षा करता हूँ कि वे नए शैक्षणिक सत्र को ऊर्जा और उत्साह से प्रारंभ करें और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु निरंतर प्रयासरत रहें।”
समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पदक और प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया, जिससे उनमें उत्साह और आत्मविश्वास का नया संचार हुआ।
विद्यालय परिवार का संकल्प और भविष्य की दिशा
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने सभी अतिथियों, प्रशिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह शिविर शासन, विद्यालय और समाज के त्रिकुट समन्वय का जीवंत उदाहरण है। हम भविष्य में भी छात्रों के समग्र विकास हेतु ऐसे आयोजनों को जारी रखेंगे।”
समारोह की शानदार झलकियों और छात्र प्रतिभाओं की प्रस्तुति ने यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षा अब केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि समग्र व्यक्तित्व निर्माण का माध्यम है। पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज, मिढ़ाकुर निःसंदेह उत्तर प्रदेश के शैक्षणिक परिदृश्य में एक प्रेरणादायक मॉडल बनकर उभरा है।