किरावली। तहसील क्षेत्र अंतर्गत थाना अछनेरा के ग्राम सहाई में बीती रात्रि खनन माफियाओं के ट्रैक्टर धड़ल्ले से दौड़ते रहे। ग्रामीणों द्वारा खनन अधिकारियों को कई बार फोन किया गया, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला।क्षेत्रीय खनन अधिकारी मौके पर पहुंचने का हवाला देते रहे, वहीं, अछनेरा पुलिस भी पूरे घटनाक्रम से अनजान बनी रही। खनन माफिया बेखौफ होकर अपने मंसूबों को अंजाम देते नजर आए।रात से लेकर शनिवार सुबह तक धड़ल्ले से खनन होता रहा।
इन दिनों किरावली तहसील अंतर्गत अवैध खनन को लेकर लगातार विवाद और खींचतान जारी है।किसान नेताओं ने भी उपजिलाधिकारी किरावली और खनन अधिकारी सुशील कुमार द्वारा प्रस्तुत की गई खनन की जांच रिपोर्ट पर असंतुष्टि जताई है। जिम्मेदार अधिकारियों पर सवाल उठ रहे हैं, लेकिन कुछ प्रभावशाली मठाधीशों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है।गौरतलब है कि दो दिन पूर्व थाना अछनेरा क्षेत्र में ग्रामीणों ने खनन गतिविधियों की लोकेशन, फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए थे, जिससे खनन की पुष्टि हुई। इसके बाद कुछ समय के लिए खनन गतिविधियां बंद हो गई थीं, लेकिन बीती रात एक बार फिर खुलेआम खनन का खेल शुरू हो गया। इसकी बानगी कस्बे की सड़कों पर रातभर दौड़ते ट्रैक्टरों ने पेश कर दी।खनन माफिया किसानों और आम नागरिकों के नाम पर योगी सरकार द्वारा दिए गए 100 घन मीटर मिट्टी खनन की ऑनलाइन परमिशन का जमकर दुरुपयोग कर रहे हैं। यदि अछनेरा क्षेत्र में किसानों द्वारा ली गई परमिशन की निष्पक्ष जांच की जाए तो कई जिम्मेदार अधिकारियों की संलिप्तता उजागर हो सकती है।इस संबंध खनन अधिकारी सुशील कुमार से बतौर वर्जन कई बार फोन किया लेकिन उनके फोन व्यस्त बोलता रहा।