लखनऊ । भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सदस्य अर्चना देवी ने अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप फाइनल में शानदार गेंदबाजी कर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। अर्चना ने खिताबी मुकाबले में 3 ओवर में 17 रन देकर 2 विकेट लिए। वहीं टूर्नामेंट में उसने कुल 8 विकेट लिए। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के एक छोटे से गांव से आयी अर्चना को यहां तक पहुंचने के पीछे उसकी मां को बेहद मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ा।
यहां तक की उन्हें लोगों के ताने भी सुनने पड़े। अर्चना के पिता की कैंसर के कारण मौत हो गयी थी। इसके बाद उसके भाई की सांप काटने से मौत हो गयी। ऐसे उसकी मां को किसानी करनी पड़ी । जिससे वह बेटी को कुछ बना सके।
उन्होंने बेटी को स्कूल में दाखिला दिलवाया। यहीं से अर्चना की किस्मत पलट गई क्योंकि यहां पर अर्चना को टीचर पूनम गुप्ता का सहारा मिला। उन्होंने अर्चना की मां से बात करके इसे एक अच्छा खिलाड़ी बनाने की बात कही और ट्रेनिंग सेंटर ले आई। इस दौरान रिश्तेदारों ने भी बेटी को स्कूल की टीचर के साथ भेजने का भी विरोध किया था। वहीं अब ताने देने वाले लोगों का रुख भी बदल गया है।