आगरा: आगरा नगर निगम के नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल पर गंभीर आरोप लगे हैं। भारतीय हिंदू सेवा संस्था के प्रदेश अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर शिकायत की है कि नगर आयुक्त न तो अपने कार्यालय में फरियादियों से मिलते हैं, न ही उनका फोन उठाते हैं, और जन समस्याओं के निस्तारण में उनकी कोई रुचि नहीं है। पत्र में विकास कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार और शहर में व्याप्त गंदगी का भी उल्लेख किया गया है।
लापरवाही, मनमानी और भ्रष्टाचार के आरोप
मनोज अग्रवाल ने अपने शिकायती पत्र में लिखा है कि नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल अपनी लापरवाही, मनमानी और जन समस्याओं की अनदेखी के लिए जाने जाते हैं। वे नगर निगम स्थित अपने कार्यालय में उपलब्ध नहीं रहते, जिससे फरियादियों को अपनी शिकायतें दर्ज कराने और उनका समाधान पाने में भारी दिक्कत होती है। इतना ही नहीं, आरोप है कि विकास कार्यों के नाम पर भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है, और नगर आयुक्त झूठे व फर्जी आंकड़े पेश कर शासन को गुमराह करने में माहिर हैं।
पार्षदों में भी असंतोष, शहर में गंदगी का अंबार
शिकायत में बताया गया है कि जब भी नगर आयुक्त से मिलने उनके कार्यालय जाया गया, वे नहीं मिले, और उनके मोबाइल फोन पर कॉल करने पर भी उन्होंने बात नहीं की। चौंकाने वाली बात यह है कि सत्ता पक्ष (भाजपा) के पार्षद भी नगर आयुक्त से असंतुष्ट हैं।
शहर की स्थिति भी दयनीय बताई गई है। जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं और प्रतिबंधित होने के बावजूद शहर भर में खुले डलाबघरों की भरमार है। मुख्य मार्गों की स्ट्रीट लाइटें बंद रहने से रात में हादसे हो रहे हैं, और सीवर व पेयजल की समस्याएँ तो मुख्य जन समस्याओं में पहले और दूसरे स्थान पर हैं। नगर आयुक्त के कार्यालय से नदारद रहने के कारण जन समस्याओं और विकास कार्य संबंधी शिकायतों को लेकर धरना प्रदर्शन करने वाले भी उन्हें ज्ञापन नहीं सौंप पाते और मायूस होकर लौट आते हैं।
नियमों की अनदेखी और जांच की मांग
पत्र में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि सभी सरकारी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को अपने-अपने ऑफिस में प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक बैठने का समय शासन द्वारा निर्धारित है, लेकिन लगता है कि यह आदेश नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल पर लागू नहीं होता। वे अपनी मनमर्जी से ऑफिस आते और जाते हैं।
मनोज अग्रवाल ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल की इस जन विरोधी कार्य प्रणाली और उक्त मामले की किसी निष्पक्ष जांच एजेंसी से जांच करवाई जाए, और जांच आख्या के आधार पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई करते हुए आगरा शहर की जनता को राहत प्रदान की जाए। यह देखना होगा कि इस गंभीर शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय से क्या कार्रवाई की जाती है।
सही कह रहे है सर मैने भी सीवर भरने की समस्या के लिए 4 बार कंप्लेंट की, और मुझे कंप्लेंट न. भी दिया गया, लेकिन 20_25 दिनों की कोशिशों के बाद भी कोई नहीं आया, फिर मैने आस ही छोड़ दी
Sahi kah rhe h sir Kalindi vihar me Jyoti kunj ke pass nasbandi Nagar ki to 20 saal se road hi nhi bani h or na hi pani ka nikas h Agra mein bhrashtachari bhare pade Hain Na koi kam जगह Shahar mein gandgi टूटे-फूटे road
Aapki baat sahi hai Nagar Nigam wale aur bhrashtachari kuchh bhi nahin karte Agra mein
हर जगह यही समस्या है पूरा का पूरा सरकारी तंत्र अपने मन का Malik है फिर नेताओं को तो केवल वोट चाहिए और अपना स्वार्थ I जनता जाए भाड़ में अब समय वह आ गया है जिस नेता ने समाज के लिए बेहतर किया है केवल और केवल उसे ही चुने किसी पार्टी विशेष पर केंद्रित न हो |