मथुरा: नगर निगम मथुरा-वृंदावन ठंड के मौसम में बेघर और अभावग्रस्त लोगों के लिए ठंड से बचाव के इंतजामों में जुटा हुआ है। ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए नगर निगम ने 13 रैन बसेरों की व्यवस्था की है, जिनमें कुल 286 बैड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इन रैन बसेरों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति ठंड के कारण अपनी जान न गवाएं।
नगर निगम ने अपनी सीमा के भीतर 13 स्थाई और अस्थाई रैन बसेरों का निर्माण किया है, जहां रात के समय लोग शरण ले सकते हैं। इन रैन बसेरों में न केवल ठहरने की व्यवस्था की गई है, बल्कि ठंड से बचाव के लिए जरूरी सुविधाएं भी प्रदान की गई हैं। नगर निगम को चार जोन में बांटा गया है और हर जोन के लिए एक अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि सही तरीके से राहत कार्य किए जा सकें।
नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने खुद इन रैन बसेरों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार, सहायक नगर आयुक्त कल्पना सिंह चौहान, महाप्रबंधक जल मोहम्मद अनवर ख्वाजा, प्रभारी मुख्य अभियंता सिविल अमरेंद्र गौतम और क्षेत्रीय स्वास्थ्य अधिकारी महेश चंद्र भी उनके साथ थे।
रैन बसेरों की सूची और क्षमता
- नगला कोल्हू (स्थाई) – 106 बैड
- बंगाली घाट (स्थाई) – 10 बैड
- भूतेश्वर रेलवे स्टेशन (स्थाई) – 10 बैड
- अटल्ला चुंगी (स्थाई) – 10 बैड
- परशुराम पार्क (स्थाई) – 10 बैड
- मथुरा जंक्शन गेट 1 (अस्थाई) – 15 बैड
- मथुरा जंक्शन गेट 3 (अस्थाई) – 15 बैड
- भूतेश्वर तिराहा (अस्थाई) – 15 बैड
- लक्ष्मण शहीद स्मारक (अस्थाई) – 20 बैड
- गोवर्धन चौराहा (अस्थाई) – 15 बैड
- जिला अस्पताल (अस्थाई) – 15 बैड
- कालीदह के पास (अस्थाई) – 25 बैड
- नया बस अड्डा (अस्थाई) – 20 बैड
नगर निगम ने इन रैन बसेरों में पूरी सुरक्षा, गर्म कपड़े और भोजन का प्रबंध किया है ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इन रैन बसेरों में शरण लेने वालों को सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।