आगरा, उत्तर प्रदेश: क्रीड़ा भारती की क्षेत्रीय बैठक आज चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में आयोजित की गई। इस बैठक का उद्घाटन क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय महामंत्री राज चौधरी ने भारत माता और आराध्य हनुमान जी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर किया। बैठक में देशभर में खेल और शारीरिक विकास को बढ़ावा देने के विभिन्न आयामों पर चर्चा की गई।
राज चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि संघ के शताब्दी वर्ष पर क्रीड़ा भारती का मुख्य उद्देश्य है कि हर गली, मोहल्ले और गांव तक कबड्डी के खिलाड़ियों को प्रेरित किया जाए और उनका अनिवार्य रूप से पंजीकरण किया जाए। उनका मानना है कि इससे देश के सभी नागरिक सशक्त और स्वावलंबी बन सकेंगे। उन्होंने देश के सभी नागरिकों से सूर्य नमस्कार करने का भी आह्वान किया, जिससे बल, विद्या, बुद्धि का विकास हो और सभी में अनुशासन का भाव जागृत हो।
क्रीड़ा भारती के प्रमुख आयामों पर जोर
क्षेत्र संयोजक राजेश कुलश्रेष्ठ ने क्रीड़ा भारती के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला, जिसमें दिव्यांग आयाम प्रमुख है। उन्होंने कहा कि सभी प्रांतों में इसके प्रमुख घोषित हों और सभी जिलों में एक प्रमुख व दो सह-प्रमुख अनिवार्य रूप से हों। राजेश कुलश्रेष्ठ ने बताया कि ईश्वर ने इन व्यक्तियों को ‘दिव्यांग’ अंग प्रदान किए हैं, और उन्हें खेलों के माध्यम से जोड़कर प्रतिस्पर्धा के ज़रिए स्वावलंबी बनाया जा सकता है। उनका लक्ष्य है कि ये खिलाड़ी उच्च शिखर पर खेलें और पदक प्राप्त करें।
दूसरे आयाम संपर्क विभाग के तहत, उन्होंने अपने-अपने जिले में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों, कोचों से संपर्क करने और उन्हें क्रीड़ा भारती से जोड़ने का आग्रह किया। साथ ही, स्टेडियमों में जाकर संपर्क स्थापित करने और यह सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया कि खेल सामग्री खिलाड़ियों तक सही समय पर और उच्च गुणवत्ता वाली पहुंचे।
सामूहिकता और राष्ट्रवाद का संदेश
प्रदेश अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में विधान परिषद सदस्य अवनीश ने कहा कि हमारे देश में प्रारंभ से ही सामूहिकता का भाव रहा है। उन्होंने कबड्डी जैसे खेलों का उदाहरण दिया, जिन्हें बिना ज़्यादा संसाधनों के भी खेला जा सकता है, विशेषकर गांवों और खेल के मैदानों में। अवनीश ने कहा कि ग्रामीण अंचलों से खिलाड़ियों को निकालकर सही प्लेटफॉर्म तक पहुंचाना ही क्रीड़ा भारती का उद्देश्य है।
प्रदेश उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य अंगद जी ने खिलाड़ियों से खेल में भ्रष्टाचार या ‘प्रदेशवाद’ का भाव न लाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “हम एक राष्ट्र के लिए कार्य कर रहे हैं, एक राष्ट्र के लिए खेल रहे हैं। हमारे अंदर देशभक्ति का भाव उत्पन्न होना चाहिए।”
बैठक में सह क्षेत्र संयोजक संदीप त्यागी, अखिल भारतीय मातृशक्ति प्रमुख रीना सिंह, प्रांत मंत्री रोहित दीक्षित, प्रांत सह मंत्री मोहित वर्मा, कोषाध्यक्ष बृजेश अग्रवाल, प्रांत मातृशक्ति प्रमुख अनुपम सक्सैना, लव तिवारी (मेरठ) समेत उत्तराखंड के कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।