आगरा: गाजियाबाद के डासना मंदिर के कथित महंत यती नरसिंहानंद द्वारा 29 सितंबर को पैगंबर मोहम्मद साहब पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद, आगरा में राष्ट्रीय महिला सुरक्षा बोर्ड (NWSB) के पदाधिकारियों ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इस बयान ने देशभर में विरोध का एक नया दौर शुरू कर दिया है।
गाजियाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान यती नरसिंहानंद ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक बातें की, जिससे विभिन्न समुदायों में आक्रोश फैल गया। आगरा में NWSB की चेयरमैन सादिया वारसी, सलाहकार सलमान अब्बासी, और सदस्य करुणा नागर ने संयुक्त रूप से कहा कि संतों का कार्य समाज को एकता और भाईचारे की दिशा में मार्गदर्शन करना है, न कि धार्मिक मतभेदों को बढ़ावा देना।
सादिया वारसी ने स्पष्ट किया, “जो लोग ऐसे भड़काऊ बयान देते हैं, चाहे वे किसी भी धर्म के हों, उनके खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई होनी चाहिए।” उन्होंने इस मामले की गंभीरता को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रशासन को दो धर्मों के बीच नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए।
NWSB के सदस्यों ने यह भी कहा कि समाज में भाईचारे और समझदारी को बढ़ावा देने के लिए सभी समुदायों को एकजुट होना चाहिए। इस तरह की निंदनीय घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ठोस उपायों की आवश्यकता है।