झाँसी: झाँसी परिक्षेत्र के उपमहानिरीक्षक श्री केशव कुमार चौधरी ने आगामी त्योहारों, कानून व्यवस्था और लंबित अपराधों की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षकों और पुलिस पेंशनर्स के अध्यक्षों के साथ कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और सख्त निर्देश दिए।
अपराध और कानून व्यवस्था पर सख्त निर्देश
डीआईजी ने कहा कि आगामी त्योहारों जैसे रक्षाबंधन, 15 अगस्त, चेहल्लुम और जन्माष्टमी को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद होनी चाहिए। उन्होंने होटल, ढाबों, बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर एंटी-सैबोटेज और डॉग स्क्वॉड के साथ सघन चेकिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही, सभी क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार गश्त करने और छोटी से छोटी घटना को गंभीरता से लेने के लिए कहा गया।
विवेचना में देरी और अपराधियों पर कार्रवाई बर्दाश्त नहीं
बैठक में लंबित विवेचनाओं पर गहरी नाराजगी व्यक्त की गई। डीआईजी ने दो माह से अधिक लंबित पड़ी विवेचनाओं की तुरंत समीक्षा करने और उन्हें गुणवत्तापूर्ण तरीके से निपटाने का आदेश दिया।
- अपराधियों की संपत्ति कुर्क: संगठित अपराध में लिप्त अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए उनकी चल-अचल संपत्ति को जब्त करने का निर्देश दिया गया।
- हिस्ट्रीशीटरों पर निगरानी: अपराधियों पर नियंत्रण के लिए गुंडा और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने और हिस्ट्रीशीट खोलने का निर्देश दिया गया। जेल से रिहा हुए अपराधियों के सत्यापन को अनिवार्य किया गया ताकि वे फिर से अपराध में शामिल न हो सकें।
- गंभीर अपराधों का अनावरण: हत्या, लूट, डकैती और चोरी जैसी घटनाओं का जल्द से जल्द अनावरण करने और अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए कहा गया।
महिला सुरक्षा और जनसुनवाई पर जोर
डीआईजी ने महिला संबंधी अपराधों को अत्यधिक गंभीरता से लेने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले। सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क को और अधिक सक्रिय बनाने के लिए भी कहा गया।
- जनसुनवाई: सभी थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी और पुलिस अधीक्षक सुबह 10 बजे से कार्यालय में बैठकर जनसुनवाई करें। फरियादियों के साथ अच्छा व्यवहार करने और महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों की शिकायतों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया।
रात्रि गश्त और सोशल मीडिया पर निगरानी
- रात्रि गश्त बढ़ाएं: अपराध नियंत्रण के लिए रात्रि गश्त बढ़ाने और संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया गया।
- सोशल मीडिया पर नजर: सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर निगरानी रखने और माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा गया। साथ ही, असत्य घटनाओं का तत्काल खंडन करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में डीआईजी ने पुलिसकर्मियों को अनुशासित, मृदुभाषी और संवेदनशील रहने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि लापरवाही और उदासीनता बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई होगी।