जैथरा, एटा। नगर पंचायत जैथरा की घोर लापरवाही और अनदेखी ने एक मासूम बच्ची की जिंदगी छीन ली। नगर के मोहल्ला पालीवालान में 7 वर्षीय देवी, पुत्री वेद पाल शाक्य की मौत वाटर कूलर से करंट लगने से हो गई। यह वही वाटर कूलर है जिसे नगर पंचायत ने प्यासों को राहत देने के नाम पर लगाया था, लेकिन समय रहते उसकी मरम्मत और सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की गई।
घटना उस वक्त की है जब वह विद्यालय के खेल मैदान में साइकिल चला रही थी। प्यास लगने पर वह पानी पीने के लिए नगर पंचायत द्वारा लगाए गए वाटर कूलर के पास पहुंची। जैसे ही उसने नल को खोला, उसे जबरदस्त करंट लगा और वह वहीं गिर पड़ी। पास खड़े बच्चों और लोगों ने शोर मचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैथरा ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
नगर पंचायत का भ्रष्ट और लापरवाह रवैया
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार वाटर कूलर की खराबी और बिजली लीकेज की शिकायत की गई थी, लेकिन नगर पंचायत के अधिकारियों ने इसे अनसुना कर दिया। न कोई मेंटेनेंस, न कोई सुरक्षा उपाय, बस दिखावे के लिए उपकरण लगाकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेना जैथरा नगर पंचायत की आदत बन चुकी है।
परिजनों के अनुसार देवी पढ़ाई में बेहद होनहार थी। हाल ही में एक विद्यालयी प्रतियोगिता में पुरस्कार जीतने पर खंड शिक्षा अधिकारी नेत्रपाल सिंह और नगर पंचायत अध्यक्ष विवेक कुमार गुप्ता ने उसे सम्मानित भी किया था। वही नगर पंचायत आज उसकी मौत के लिए अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार बन गई है।
कौन लेगा जिम्मेदारी?
सवाल उठता है क्या अब नगर पंचायत चेयरमैन और अधिकारी इस मासूम की मौत की जिम्मेदारी लेंगे? क्या सिर्फ श्रद्धांजलि देना और औपचारिक जांच के आदेश देना ही काफी है? स्थानीय लोगों ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि अगर यही रवैया जारी रहा तो और जानें जाएंगी।