एटा: आय प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया में लापरवाही का एक मामला सामने आया है। एक व्यक्ति को आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कई दिनों तक लेखपाल के चक्कर काटने पड़े, लेकिन उसकी रिपोर्ट न लगने के कारण वह दर-ब-दर भटकने को मजबूर हो गया।
रवि कुमार पुत्र विक्रम सिंह निवासी कसौलिया ने बताया कि उसने 17 नवंबर को आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था। प्रक्रिया के तहत लेखपाल को जाँच करके अपनी रिपोर्ट जमा करनी थी, लेकिन कई बार संपर्क करने और कार्यालय के चक्कर काटने के बावजूद लेखपाल ने रिपोर्ट नहीं लगाई। इस कारण आय प्रमाण पत्र की प्रक्रिया अधूरी रह गई।
रवि कुमार ने बताया, मैंने अपनी ज़रूरत के सभी दस्तावेज़ समय पर जमा कर दिए थे, लेकिन लेखपाल हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर टालमटोल कर देता है। मेरे पास सीमित साधन हैं और बार-बार कार्यालय आने-जाने में मेरी आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा है।
आय प्रमाण पत्र न बनने के कारण मेरा राशन कार्ड भी नहीं बन पा रहा है। इससे गरीबों को मुफ्त राशन देने की सरकार की कल्याणकारी योजना से वंचित रहने का खतरा है। यह स्थिति न केवल सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है, बल्कि आम जनता के लिए परेशानियों का कारण बनती है।
जनता की सुविधा के लिए बनाए गए सरकारी तंत्र में इस तरह की लापरवाही, सुधार की सख्त जरूरत को दर्शाती है। उच्च अधिकारियों से उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले में जल्द कार्रवाई करेंगे और आम लोगों को राहत देंगे।