Agra news, किरावली, आगरा के किरावली थाना क्षेत्र के गांव जिंदपुरा में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ 18 महीने पहले ब्याह कर आई एक नवविवाहिता अपने ससुरालजनों के साथ मारपीट कर लाखों रुपये के जेवर और नकदी लेकर फरार हो गई। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार ने उपजिलाधिकारी (एसडीएम) नीलम तिवारी से न्याय की गुहार लगाई है, जिन्होंने सहायक पुलिस आयुक्त को मामले का समाधान करने के निर्देश दिए हैं।
धोखाधड़ी की शुरुआत: पिता ने लिया था एक लाख का उधार
जानकारी के अनुसार, थाना किरावली के गांव जिंदपुरा निवासी गीतम सिंह ने अपने बेटे धर्मेंद्र सिंह का विवाह 18 महीने पहले मथुरा के थाना रिफाइनरी क्षेत्र के गांव समसपुर निवासी नेत्रपाल की बेटी प्रियंका के साथ किया था। शादी के एक महीने बाद ही प्रियंका के पिता नेत्रपाल ने अपनी मजबूरी का हवाला देकर धर्मेंद्र के पिता गीतम सिंह से एक लाख रुपये उधार ले लिए। पीड़ित परिवार को इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि यह उनकी भविष्य की ठगी की शुरुआत थी।
नकदी मांगने पर हुआ विवाद, फिर हुई लूट
पीड़ित गीतम सिंह ने बताया कि 22 अगस्त 2024 को दुल्हन का भाई काना, प्रियंका के कहने पर पचास हजार रुपये नकद लेकर चला गया। जब पति धर्मेंद्र ने प्रियंका से इन पैसों के बारे में पूछा और बताया कि यह पैसे बाजार से सामान लाने के लिए दिए गए थे, तो प्रियंका भड़क गई। उसने तुरंत अपने पिता नेत्रपाल और भाई काना को गांव जिंदपुरा बुला लिया।
गांव पहुंचने के बाद प्रियंका के पिता और भाई ने ससुराल पक्ष के साथ जमकर अभद्रता की और मारपीट भी की। इसी बीच मौका पाकर नवविवाहिता प्रियंका घर में रखी अलमारी से सोने-चांदी के जेवरात और पचास हजार रुपये नकद लेकर अपने परिवार के साथ चंपत हो गई।
लाखों का नुकसान: 10 तोला सोना और 100 ग्राम चांदी लेकर फरार
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि नेत्रपाल और काना ने साजिश के तहत उनके घर से 10 तोला सोना, 100 ग्राम चांदी और पचास हजार रुपये नकद चोरी किए हैं। इस घटना से गीतम सिंह और उनका परिवार गहरे सदमे में है।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप और एसडीएम का हस्तक्षेप
गीतम सिंह ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में कई शिकायत पत्र थाना किरावली पुलिस को दिए हैं, लेकिन पुलिस ने अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है।
मंगलवार को पीड़ित गीतम सिंह ने उपजिलाधिकारी नीलम तिवारी के सामने अपनी पूरी व्यथा सुनाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए उपजिलाधिकारी श्रीमती नीलम तिवारी ने तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने सहायक पुलिस आयुक्त को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि दोनों पक्षों को बुलाकर उनकी शिकायतों का समाधान किया जाए।