जैथरा,एटा। नगर पंचायत जैथरा में इन दिनों सियासत गरमा गई है। नगर पंचायत प्रशासन द्वारा पूर्व चेयरमैन बिजेंद्र सिंह चौहान को नोटिस जारी किए जाने के बाद नगर में सियासी घमासान मच गया है। मामला नाले पर बने मकान और दुकानों से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसे लेकर नगर में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं।
नगर पंचायत की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि नगर क्षेत्र में नाले की भूमि पर अतिक्रमण कर निर्माण कराया गया है, जिससे जल निकासी बाधित हो रही है। बरसात के दिनों में जलभराव की स्थिति बन जाती है। शिकायतों के बाद अभिलेखों की जांच कराई गई, जिसमें नाले पर निर्माण होने की पुष्टि होने का दावा किया गया है। यह निर्माण पूर्व चेयरमैन के कार्यकाल में हुआ था, इसी आधार पर पूर्व चेयरमैन से जवाब तलब किया गया है।
नोटिस जारी होते ही राजनीतिक बयानबाजी शुरु हो गई है। समर्थकों का कहना है कि यह कार्रवाई चयनित रूप से की जा रही है, जबकि नगर में ऐसे कई अन्य अतिक्रमण भी मौजूद हैं।
लोगों में यह चर्चा भी है कि हाल ही में पूर्व चेयरमैन बिजेंद्र सिंह चौहान ने गांधी विद्यालय के खेल मैदान को बचाने के मुद्दे पर मुखर होकर आवाज उठाई थी, जिससे मौजूदा नेतृत्व असहज हुआ। अब उसी के बाद पुराने मामलों को खंगालने की कवायद शुरू कर दी गई है।
पूर्व चेयरमैन विजेंद्र सिंह चौहान के समर्थकों ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया है। फिलहाल नगर में चर्चाओं का माहौल गरम है और सभी की निगाहें नगर पंचायत के अगले कदम पर टिकी हैं।
