लखनऊ। लखनऊ में उत्तर रेलवे के डिविजनल अस्पताल में अब मरीजों को ओपीडी में इलाज कराने के लिए कतारों में खड़े होकर अपने नंबर का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मरीजों को इससे मुक्ति दिलाने के लिए उत्तर रेलवे ने अस्पताल परिसर में टच स्क्रीन और स्मार्ट डिस्प्ले लगा दिया है।
इसकी शुरुआत अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ जगदीश चंद्रा ने की। स्वयं पंजीकरण टच स्क्रीन कियोस्क से लाभार्थी यूएमआईडी कार्ड का इस्तेमाल कर और स्मार्ट मोबाइल एप्लिकेशन से क्यूआर कोड स्कैन कर स्वयं ओपीडी पंजीकरण कर सकेंगे। कतार प्रबंधन प्रणाली स्मार्ट डिस्प्ले से ओपीडी, डॉक्टर चैम्बर और दवा वितरण केंद्र पर बिना लाइन में लगे ही इलाज करा सकेंगे।
उत्तर रेलवे की वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि इससे कार्य के पेपरलेस होने से रेलवे कार्बन फुट प्रिंट में कमी कर अपने पर्यावरण सम्बन्धी उत्तरदायित्व का भी निर्वहन कर रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे के सभी मंडलों मे सर्वप्रथम, लखनऊ मंडल ने एचएमआईएस के तहत तीनों प्रणालियों को शुरू किया गया है।
डिविजनल हॉस्पिटल में जांच इलाज के लिए बड़ी संख्या में मरीज रोजाना ओपीडी में जाते हैं। यहां पर ओपीडी का वक्त सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक होता है। अभी तक इस सिस्टम के न होने से मरीजों को लंबी लाइन में लगना पड़ता था और पंजीकरण कराना पड़ता था। लाइन में लगकर भी धक्का-मुक्की होती थी और पहले आने वाले मरीज को भी घंटों इंतजार करना पड़ता था। अब इस सिस्टम के लागू होने से सभी मरीजों का उनके नंबर के हिसाब से पंजीकरण होगा और बिना लाइन में लगे उन्हें इलाज मिलेगा।