सोनभद्र, उत्तर प्रदेश: एनटीपीसी रिहंद परियोजना में थर्मेक्स कंपनी की कार्यदाई सब-कॉन्ट्रैक्टर कंपनी एसआरबीएच (SRBH) के श्रमिकों ने गंभीर श्रम शोषण का आरोप लगाया है। मजदूरों ने दो महीने से वेतन न मिलने, 12 घंटे काम कराने और वेतन में कटौती के विरोध में मंगलवार को एनटीपीसी रिहंद परियोजना के गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।
12 घंटे काम, 8 घंटे का वेतन और दो महीने से भुगतान नहीं
परियोजना के एफजीडी (FGD) सेक्शन में कार्यरत श्रमिकों का कहना है कि उनकी कार्यदाई कंपनी एसआरबीएच पिछले दो माह से उन्हें वेतन का भुगतान नहीं कर रही है, जिससे उनके सामने गहरा आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
श्रमिकों ने आरोप लगाया कि:
12 घंटे काम: कंपनी 8 घंटे की जगह 12 घंटे काम कराती है, लेकिन ओवरटाइम का भुगतान नहीं किया जाता।
वेतन कटौती: उन्हें वेतन में कटौती कर कम भुगतान किया जाता है।
मनमाना निष्कासन: जो श्रमिक अपनी न्यूनतम मजदूरी दर मांगते हैं, उन्हें बिना नोटिस या कारण बताए कार्य से निकाल दिया जाता है।
गेट पास नवीनीकरण नहीं: जिन मजदूरों के गेट पास समाप्त हो गए हैं, उनका नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है।
श्रमिकों ने नवाज शरीफ, मंटू, रामप्रवेश, ठाकुर, दिनेश, इंद्रेश कुमार, मनप्रीत सिंह, पलविंदर, सुनील कुमार, सरोज कुमार, हामिद, सुरेश कुमार, विजय कुमार सहित अन्य और मजदूरों ने बताया कि वे बार-बार थर्मेक्स और एनटीपीसी के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
“घरों में भूखों मरने की नौबत आई”
प्रदर्शनकारी मजदूरों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि वे किराए के मकानों में रहते हैं और मजदूरी नहीं मिलने के कारण किराया चुकाने से लेकर भोजन की व्यवस्था करना भी मुश्किल हो गया है।
एक मजदूर ने कहा, “हम लोग अपने घर-गांव छोड़कर यहां पैसा कमाने आए हैं, लेकिन यहां दो महीने से कंपनी पैसा नहीं दे रही है। हमारे घरों में भूखों मरने की नौबत आ गई है।”
श्रमिकों ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों से बात करने की कोशिश करने पर कंपनी के वाहनों से उन पर वाहन चढ़ाने का प्रयास किया गया, जिससे सुरक्षा को लेकर भी भय बना हुआ है।
पुलिस ने दिया आश्वासन, कंपनी प्रबंधन को बुलाया
सभी श्रमिकों ने थक-हार कर थाने में तहरीर दी और न्याय की गुहार लगाई है।
इस मामले पर प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कंपनी प्रबंधन को बुलाया गया है और श्रमिकों की समस्या का समाधान जल्द ही कराया जाएगा।