आगरा। आगरा के न्याय के मंदिर यानी दीवानी कोर्ट परिसर में अब करुणा की रसोई भी खुल गई है। एक सराहनीय और अनूठी पहल के तहत, कोर्ट के गेट नंबर 4 के बाहर स्थित विमल सिनेमा कॉम्प्लेक्स में ‘अन्न सेवा’ नामक एक कार्यक्रम का सोमवार को शुभारंभ हुआ। इसका उद्देश्य उन जरूरतमंदों को मात्र 5 रुपये में पौष्टिक और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराना है, जो न्याय की उम्मीद में घंटों अदालत में गुजारते हैं।
यह पहल खासकर उन लोगों के लिए वरदान साबित होगी जो दूर-दराज के इलाकों से आते हैं और जिनके लिए दिनभर की भागदौड़ के बाद एक समय का भोजन भी मुश्किल हो जाता है। ‘अन्न सेवा’ का लक्ष्य है कि न्याय की तलाश में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे।
आध्यात्मिक आशीर्वाद से हुई शुरुआत
इस नेक काम का शुभारंभ श्वेताम्बर जैन मुनि श्री जय मुनि जी, श्री आदीश मुनि जी, श्री विजय मुनि जी, श्री आदित्य मुनि जी और श्री रोहन मुनि जी के पावन आशीर्वाद से हुआ। पूज्य श्री जय मुनि जी ने स्वयं भोजन को स्पर्श कर मंगलपाठ का उच्चारण किया, जिससे पूरे वातावरण में एक आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ। इस शुभ अवसर पर इंद्र देवता भी मानो प्रसन्न होकर वर्षा रोककर अपना आशीर्वाद दे रहे थे।
पूर्वजों की स्मृति में सामाजिक पहल
यह सेवा स्वर्गीय प्रीतम चंद जैन की पुण्य स्मृति में उनकी धर्मपत्नी सुदेश कुमारी जैन की प्रेरणा से शुरू की गई है। इस पहल को सफल बनाने के लिए नवकार फाउंडेशन, ओसवाल फाउंडेशन और प्रसादम संस्था ने संयुक्त रूप से सहयोग किया है। इस पुनीत कार्य के प्रमुख सहयोगियों में सुदेश कुमारी जैन (नवकार फाउंडेशन), नरेश जैन (ओसवाल बुक्स), आलोक अग्रवाल (बीएम ग्रुप), वीरेन अग्रवाल (महासचिव प्रसादम) और वरिष्ठ पत्रकार व अधिवक्ता विवेक कुमार जैन शामिल हैं।
समाज ने सराही पहल
शुभारंभ समारोह में शहर के वरिष्ठ अधिवक्ताओं, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। सभी ने एक स्वर में ‘अन्न सेवा’ को एक प्रेरणादायक और अनुकरणीय पहल बताया, जो समाज में सेवा और संवेदना का संदेश देती है।
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रो. अरविंद मिश्रा, रमा शंकर शर्मा, संदीप परमार, राजेंद्र गुप्ता धीरज और नरेश कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने इस पहल की सराहना की। प्री-लिटिगेशन अदालत के सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता मेघ सिंह यादव, अधिवक्ता हरि बाबू, अभिषेक सिंह, महिला अधिवक्ता सरोज यादव और सुनीता रानी ने भी अपने विचार साझा किए।
यह ‘अन्न सेवा’ केवल भोजन नहीं परोसेगी, बल्कि यह समाज को यह भी याद दिलाएगी कि न्याय के साथ-साथ करुणा और मानवता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। यह पहल आगरा शहर के लिए एक नई मिसाल कायम करेगी, जिससे आने वाले समय में और भी लोग इस तरह के नेक कार्यों के लिए प्रेरित होंगे।