खनकाह आलिया कदिरिया मेवा कटरा के प्रबंधक सैयद फैज़ अली शाह ने फरमाया कि अल्लाह की राह मैं जो शख्स अपनी जिंदगी फना कर देता है उस शख्स को अल्लाह मिल जाता है. क्योंकि अल्लाह तबारक ताला पर भरता है कि जो शख्स मेरे महबूब मोहम्मद साहब कि आल से मोहब्बत करेगा मेरे महबूब उससे मोहब्बत करेंगे और जिससे मेरे महबूब मोहब्बत करेंगे उससे मैं मोहब्बत करूंगा. इसलिए हम सभी को अल्लाह तबारक ताला को अगर पाना है तो हमको भी सीसीडी से गुजर ना होगा. आले मोहम्मद से मोहब्बत रखनी होगी वली अल्लाह का वसीला लगाने से दिल की मुरादे पूरी होती है.
यह बातें फैज़ अली शाह ताजगंज स्थित मलको गली मैं हाजी अफजाल अहमद के निवास पर मिला दे मोहम्मदी में फरमा रहे थे. उनके साथ सैयद अंबर अली शाह, नियज़ी सैयद, गालिब अली शाह नियाजी स्वार्थ थे. मिलाद शरीफ दानिश नियाजी शारिक नियाजी ने पड़ा उसके बाद फातिहा पढ़ी गई. इस मौके आदिल नियाजी अयान नियाजी बिट्टू अहमद हाफिज आसिफ अहमद आदि लोग मौजूद थे