- बकरा और शराब मांगने का ऑडियो वायरल होने पर हुई कार्रवाई
- सिपाही की होशियारी फेल, वाट्सएप कॉल के बाद भी हुई रिकार्डिंग
आगरा। ट्रांसयमुना थाना से सस्पेंड सिपाही की पुरानी करतूते, एक-एक करके सामने आ रही है। उसके सस्पेंड होने के बाद पीड़ित सामने आ रहे हैं। कुछेक तो ऐसे भी हैं, जो पुलिस कमिश्नर और डीसीपी से मिलकर शिकायत करने की बात कह रहे हैं। सिपाही इस कदर बेखौफ हो गया था कि वह खुद पुराने सटोरियों से कहता था कि वह काम करें, और मुझे महीनादारी दें, वर्ना गांजा या झूठे केस में जेल भेज दूंगा। ऐसे की एक वृद्ध ने वीडियो जारी किया है। उसपर सिपाही सट्टा चलाने का दबाव बना रहा था।
गौरतलब है कि ट्रांसयमुना थाना के सिपाही रामकुमार ने पीड़ित से बकरा पार्टी और शराब मांगी थी। इसका ऑडियो वायरल हुआ। अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लिया। सिपाही रामकुमार को तत्काल सस्पेंड कर दिया। सिपाही की कार गुजारी की चर्चा क्षेत्र में हो रही हैं। थाना क्षेत्र में स्थित गुलाब नगर निवासी एक वृद्ध पूर्व में सट्टे में पकड़े जा चुके हैं। वह परचून की दुकान चलाकर जीवन जी रहे हैं। उन्होंने वीडियो जारी कर अपने साथ हुई कुछ दिन पहले की पीड़ा व्यक्त की है। वृद्ध के कहते दिख रहे हैं कि रामकुमार ने उससे कहा कि सट्टा और गांजा का काम शुरू कर दे। वद्ध ने इसके लिए मना किया तो सिपाही ने साफ कह दिया कि काम कर, तुझे थाने से कोई परेशान नहीं करेगा। मुझे हर महीने दस हजार रुपये चाहिए।
राह चलते दो लोगों को डाला हवालात में
वहीं एक महिला अपने पति और रिश्तेदार के साथ घर जा रही थी। ट्रांसयमुना थाने के सामने अचानक पति-पत्नी में तू-तू मैं-मैं होने लगी। महिला ने पुलिस को सूचना नहीं दी। सिपाही रामकुमार वहां से गुजर रहे थे। वह तीनों को जबरन थाने में ले गये। दोनों पुरुष को हवालात में बंद कर दिया। महिला चिल्लाती रही कि एक मेरे पति हैं और दूसरे मेरे रिश्तेदार हैं। उनका हमारे झगड़े से कोई मतलब नहीं हैं। महिला ने सुबह राजीनामा भी लिखकर दे दिया। शाम तक किसी को नहीं छोड़ा। उसके पति से सुविधा शुल्क लिया।। दूसरे व्यक्ति को दूसरे दिन दक्षिणा लेकर छोड़ा।
थाने का सिस्टम ही उल्टा है
थाना एत्माउद्दौला में से एक बड़ा एरिया अलग कर ट्रांसयमुना थाना स्थापित हुआ है। यह थाना पहले दिन से ही सुर्खियों में है। इसका नाम ट्रांसयमुना कॉलोनी है, लेकिन ट्रांसयमुना कॉलोनी इसके क्षेत्र में नहीं आता। इसका लोगों ने विरोध किया था। सही मायने में यह थाना कालिंदी विहार में बना है। थाना क्षेत्र में टेड़ी बगिया, और कालिंदी विहार आते हैं। यहां एसओ अवधेश गौतम दलालों और सस्पेंड हुए सिपाही रामकुमार की हरकतों की भेंट चढ़ गये। कहावत है कि काठ की हड़िया एक बार ही चढ़ती है। सिपाही रामकुमार ने ऐसा माहौल कर दिया था कि वह पीड़ित या फिर आरोपी को प्रभारी तक पहुंचने ही नहीं देता था। वह लोगों से कहता कि थाने में सबकुछ मेरे द्वारा ही होना है, तो साहब से क्या मिलकर होगा। उसी का नतीजा था कि सिपाही ज्यादती अधिक दिन नहीं चल सकी।