झांसी, उत्तर प्रदेश, सुल्तान आब्दी। केंद्र में भाजपा सरकार के 11 वर्ष पूरे होने पर जहाँ एक ओर भाजपाई जश्न मना रहे हैं और जन कल्याणकारी योजनाओं का बखान कर रहे हैं, वहीं पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री प्रदीप जैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए, उनके 2013 में झांसी में किए गए वादों की याद दिलाई है।
“प्रधानमंत्री जी अपना वादा निभाओ”
सोमवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में प्रदीप जैन ने कहा कि 25 अक्टूबर 2013 को जब नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर झांसी आए थे, तो उन्होंने जीआईसी ग्राउंड में आयोजित सभा में बुंदेलखंड की जनता से कई वादे किए थे। जैन ने मीडिया को बताया कि मोदी ने तब कहा था कि अगर उनकी केंद्र में सरकार बनी तो वह बुंदेलखंड को ‘गुजरात मॉडल’ देंगे, और बुंदेलखंड का हर मजदूर-किसान साल में 200 दिन काम करेगा और 165 दिन अपने परिवार के साथ घर पर आराम करेगा।
हवा-हवाई हुए वादे, जमीन पर नहीं उतरी कोई योजना!
प्रदीप जैन ने आरोप लगाया कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। उनके भाषणों में किए गए सारे वादे “हवा-हवाई” हो गए और जमीन पर कोई भी योजना या परियोजना नहीं उतरी। उन्होंने बुंदेलखंड को बीड़ा, डिफेंस्कोरिडर, मेट्रो रेल, बुंदेलखंड राज्य, इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसे बड़े-बड़े वादे याद दिलाए, लेकिन कहा कि आज तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, सारे वादे हवा में उड़ गए।
भ्रष्टाचार के आरोप और धरातल पर न उतरीं योजनाएं
जैन ने सरकार पर स्मार्ट सिटी के नाम पर 300 करोड़ रुपये का घोटाला, पार्किंग के नाम पर घोटाला और साइकिल स्टैंड के नाम पर भी घोटाले का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि “हर घर जल हर घर नल” जैसी योजनाएं धरातल पर नहीं उतरी हैं, और आज भी बिजली और पानी की समस्या से क्षेत्र में “हाय तोबा” मची है।
उन्होंने स्वास्थ्य और शिक्षा योजनाओं पर भी सवाल उठाते हुए उन्हें कठघरे में खड़ा किया। इसके साथ ही, बुंदेलखंड में गायों को संरक्षित करने के लिए बनवाई गई गौशालाओं को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने का आरोप लगाया। उन्होंने पानी वाली धर्मशाला और लक्ष्मी ताल के सौंदर्यीकरण में भी घोटाले की बात कही।
अंत में, पूर्व मंत्री प्रदीप जैन ने देश के प्रधानमंत्री से अपनी 2013 में जीआईसी ग्राउंड में किए गए वादों को पूरा करने की पुरजोर मांग की।