खेरागढ़: मकर संक्रांति और महाकुंभ पर्व के अवसर पर खेरागढ़ के महाराजा अग्रसेन मार्ग स्थित महाराजा अग्रसेन द्वार पर एक भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। इस भंडारे में संयोजक माधव गर्ग के नेतृत्व में श्रद्धालुओं को मंगौड़े, खिचड़ी और गाजर का हलवा वितरित किया गया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
समाजसेवी माधव गर्ग ने बताया कि सनातन परंपरा के अनुसार, ऐसे आयोजनों का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे और सभी को भोजन व राहत मिले। उन्होंने कहा, “यह आयोजन परिवार और समाज में सुख-शांति की कामना और देश-प्रदेश की खुशहाली के लिए किया गया है।”
माधव गर्ग ने मकर संक्रांति के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज से सूर्य भगवान दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर मकर राशि में प्रवेश करते हैं और धनु राशि का मकर राशि में संक्रमण होता है। यह दिन मांगलिक कार्यों की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन विशेष रूप से उड़द और तिल की खिचड़ी खाने का प्रचलन है, साथ ही पवित्र नदियों में स्नान की परंपरा भी है।
भंडारे में साधु-संत और श्रद्धालुओं ने अत्यंत उत्साह के साथ भाग लिया और इसे एक सराहनीय पहल बताया। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी अमरनाथ गर्ग, नरेश गर्ग, विष्णु गर्ग, सुशील गर्ग, मनीष मिश्रा, सुमित गर्ग, उत्कर्ष गर्ग, निखिल गर्ग सहित कई अन्य समाजसेवी उपस्थित रहे, जिन्होंने श्रद्धालुओं को खिचड़ी वितरित किया।
इस आयोजन को लेकर लोगों में जोश और आस्था का माहौल था, और सभी ने इसे एक उत्सव के रूप में मनाया। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को प्रकट करता है, बल्कि सामूहिकता और सामाजिक एकता को भी बढ़ावा देता है।