झांसी। जनपद के गुरसराय कस्बे में सोमवार को करणी सेना और अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के विवादित बयान के विरोध में उनका पुतला फूंका। इस दौरान एक क्षत्रिय युवा नेता जय ठाकुर ने रामजीलाल सुमन की जीभ काटने वाले को 2 से 3 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की। साथ ही, जय ठाकुर ने यह भी कहा कि उसे सम्मानित भी किया जाएगा।
रामजीलाल सुमन का बयान और बवाल
यह विवाद तब उत्पन्न हुआ जब समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा को लेकर विवादित टिप्पणी की थी और उन्हें ‘गद्दार’ करार दिया था। इस बयान के बाद देशभर में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। विशेष रूप से उत्तर भारत में इस बयान के विरोध में कई संगठन सड़कों पर उतर आए। झांसी के गुरसराय कस्बे में करणी सेना और अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ताओं ने रामजीलाल सुमन के इस बयान की आलोचना करते हुए उनका पुतला फूंका और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
क्षत्रिय युवा नेता जय ठाकुर का विवादित बयान
इस दौरान आक्रोशित जय ठाकुर नामक युवक ने रामजीलाल सुमन के बयान के खिलाफ आक्रामक बयान दिया। उसने कहा, “देश में महापुरुषों के खिलाफ गलत बोलकर फेमस होने का यह गलत तरीका है। रामजीलाल सुमन जैसे नालायक व्यक्ति के लिए ऐसा बयान देना बहुत शर्मनाक है।” जय ठाकुर ने राज्यसभा सांसद को ‘दो टके का’ व्यक्ति करार देते हुए कहा, “वह विरोध का सामना नहीं कर पाएगा।”
जय ठाकुर ने आगे कहा, “जो भी रामजीलाल सुमन की जीभ काटकर लाएगा, उसे करणी सेना और अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की ओर से 2 से 3 लाख रुपये का इनाम मिलेगा और उसे सम्मानित किया जाएगा।” जय ठाकुर ने यह भी कहा कि वह खुद रामजीलाल सुमन को जहां भी पाएंगे, वहां उनका विरोध करेंगे।
सपा सांसद के खिलाफ प्रदर्शन और कार्रवाई की मांग
जय ठाकुर और उनके समर्थकों ने रामजीलाल सुमन के खिलाफ सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्यसभा सांसद के इस बयान को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने जोरदार नारेबाजी की और ‘सपा मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। उनका आरोप था कि सपा सांसद ने एक सम्मानित और महान महापुरुष के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
समाज में बढ़ रही तनाव की स्थिति
रामजीलाल सुमन के बयान के बाद यह स्थिति और भी गंभीर हो गई है, क्योंकि इससे क्षत्रिय समाज में गहरा आक्रोश है। इस घटना ने केवल स्थानीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि राज्य और देशभर में जातीय और राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। राजनीतिक गलियारों में भी इस बयान के बाद बयानबाजी का सिलसिला बढ़ गया है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
इस समय प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय है। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए इलाके में तैनाती बढ़ा दी है, ताकि विरोध प्रदर्शन और अन्य घटनाओं से स्थिति बिगड़े नहीं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा को सहन नहीं किया जाएगा और इस मामले की जांच की जा रही है।