भागवत कथा के तीसरे दिन सांसारिक बंधनों से मुक्ति का बताया मार्ग 

3 Min Read

 

बिना पोस्ट मैन के ही पहुँचने वाला पत्र हे ‘प्रार्थना’

खेरागढ़ – कस्बा कागारौल में शुक्रवार को श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन कस्बे के श्री रघुनाथ जी के बड़े मंदिर प्रांगण में अंतरराष्ट्रीय कथा व्यासपीठ महाराज मृदुल कृष्ण गोस्वामी ने कहा प्रार्थना एक ऐसी संस्तुति है जो अपने इष्ट के प्रति बिना किसी देरी के बिना किसी के सहारे

तत्क्षण परमात्मा के पास पहुँच जाती है। उन्होंने बताया कि संसार की किसी वस्तु को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिये पोस्टमैन की आवश्यकता पड़ती हैं, लेकिन हृदय से समर्पित की गई प्रार्थना एक ऐसी अभिव्यक्ति है जो बिना किसी पोस्टमैन के ही तत्क्षण गन्तव्य स्थान तक पहुँच जाती है।

कथा क्रम में कपिल देव इति सवांद पर प्रकाश डालते हुए आचार्य श्री ने कहा कि देवहूति जी ने पति कर्दम के वन की ओर चले जाने पर पुत्र कपिल के पास आई और प्रार्थना करते हुए बोली कि हे प्रभु हमें संसार के बंधन से मुक्त होने का मार्ग प्रदान करें। मां देवहूति की प्रार्थना को भगवान कपिल ने तत्क्षण स्वीकार किया और ऐसा उपदेश प्रदान किया कि देवहूति जी संसार सागर से मुक्त होकर सिद्धिरा नाम की नदी के रूप में परणित होकर मुक्त हो गई।आगे सती चरित्र की उपारूपान आचार्य श्री ने विस्तार से श्रोताओ को श्रवण कराया जिससे कथा प्रांगण का वातावरण शिव मय हो गया।

परम भक्त ध्रुव जी के चरित्र पर व्याख्यान देते हुए उन्होने कहा कि मात्र पांच वर्ष की अवस्था में ध्रुव को दर्शन देकर अखण्ड राज्य प्रदान करते हुए उनके लिये ध्रुव लोक का निर्माण में कर दिया।

आचार्य श्री ने बताया कि प्रभु के दर्शन के लिये व्यक्ति को सत्संग सेवा सुमिरन में हमेशा लीन रहना चाहिये। और अपने को मानव बनाने का प्रयत्न करो तुम यदि इसमें सफल हो गये तो तुम्हे इस कार्य में सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होगी। कुसंगति की अपेक्षा अकेले रहना सबसे उत्तम कार्य है।

कल की कथा में विशेष महोत्सव के रूप में श्री कृष्ण जन्म(नन्दोत्सव) विशेष धूम धाम से मनाया जायेगा। आप सभी कथा प्रेमी भक्त सपरिवार सादर आमंत्रित है। आयोजक छीतरमल अग्रवाल,कुसुमलता अग्रवाल,दिनेश अग्रवाल,नरेश अग्रवाल,सौरभ अग्रवाल,पूर्व विधायक महेश गोयल,श्यामसुंदर पाराशर, दिगम्बर सिंह धाकरे, भगवती प्रसाद,हरिश्चन्द्र, गुलाब चंद,सुरेश चंद बिंदल,संजू परमार,सचिन गोयल आदि।

Share This Article
Follow:
प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
Leave a comment

Leave a ReplyCancel reply

error: AGRABHARAT.COM Copywrite Content.
Exit mobile version