आगरा। शुक्रवार सुबह आगरा पुलिस महकमे की नींद एक ऐसे ‘अदद कल्लू’ ने उड़ा दी, जिसे शायद अब तक कोई गंभीरता से नहीं लेता था। लेकिन जब यही नजीरुद्दीन उर्फ कल्लू आगरा की शाही जामा मस्जिद में गंदे जानवर का कटा हुआ सिर रखकर चला गया, तो पुलिस कमिश्नर से लेकर सिपाही तक सभी की आंखें चौकन्नी हो गईं।
गुरुवार को दिन में रची गई साजिश, शुक्रवार सुबह हुआ खुलासा
पुलिस जांच के मुताबिक, यह सनसनीखेज हरकत गुरुवार दोपहर 11:40 बजे की है। आरोपी नजीरुद्दीन उर्फ कल्लू एक बोरे में जानवर का कटा हुआ सिर लेकर जामा मस्जिद पहुंचा। उसने वह बोरा मस्जिद परिसर के वुजू हौज के पास रख दिया और मौके से निकल गया। चौंकाने वाली बात ये है कि पूरा दिन गुजर गया और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी।
लेकिन शुक्रवार तड़के, जैसे ही नमाजी सुबह की नमाज के लिए पहुंचे और वुजू करने लगे, उन्हें बोरे से आती सड़ी बदबू ने चौंका दिया। जब बोरा खोला गया, तो पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। मामला तुरंत मस्जिद के इमाम और इंतजामिया कमेटी के पास पहुंचा। वहां से यह खबर सुबह 7 बजे पुलिस तक पहुंची।
पुलिस अधिकारियों की उड़ी नींद, भागे दौड़े मौके पर
सुबह का वक्त वैसे ही पुलिस महकमे का आराम का समय माना जाता है, क्योंकि ज़्यादातर अधिकारी रातभर ड्यूटी पर होते हैं और आधी रात बाद ही विश्राम करते हैं। लेकिन जैसे ही सूचना मिली कि शाही जामा मस्जिद में धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने की साजिश हुई है, पुलिस कमिश्नर, डीसीपी, एसीपी, मंटोला थाना पुलिस और तमाम वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया:
“जुमे की नमाज को लेकर पहले से सतर्कता थी, और इस घटना ने पूरी मशीनरी को हिला दिया। स्थिति को काबू में रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गई थी।”
CCTV और स्थानीय सुरागों से 3 घंटे में आरोपी गिरफ्त में
पुलिस की मुस्तैदी रंग लाई और केवल 3 घंटे के अंदर आरोपी नजीरुद्दीन उर्फ कल्लू को पकड़ लिया गया। बताया जा रहा है कि कल्लू मानसिक रूप से मंदबुद्धि है, लेकिन इस घटना के पीछे किसका इशारा था—इसकी जांच जारी है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक स्थानीय दुकानदार से मिली जानकारी और CCTV फुटेज के आधार पर आरोपी तक पहुंचा गया। फिलहाल उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
मस्जिद और क्षेत्र में तगड़ी सुरक्षा, सोशल मीडिया पर नजर
घटना को देखते हुए शाही जामा मस्जिद और उसके आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
एक अदद कल्लू ने आगरा की शांति व्यवस्था और सुरक्षा एजेंसियों की नींद जरूर उड़ा दी, लेकिन आगरा पुलिस की तेज़ कार्रवाई ने एक बड़ा संकट टाल दिया। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि पूछताछ में और क्या खुलासे होते हैं।