मैनपुरी: अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) आगरा जोन, अनुपम कुलश्रेष्ठ आज मैनपुरी पहुंचीं। उन्होंने यहां मिशन जागृति के चौथे चरण के तहत आयोजित एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम में भाग लिया। यह कार्यक्रम सुदिति ग्लोबल अकादमी में आयोजित किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यालय की किशोरियों, उपस्थित महिलाओं और युवतियों को विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूक करना था।
एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं और बालिकाओं को संबोधित करते हुए महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों की रोकथाम, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने, समाज में समानता स्थापित करने और उनके अधिकारों के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं को किसी भी प्रकार से मोहरा बनाकर झूठे कानूनी मामलों में फंसाने का कार्य नहीं किया जाना चाहिए।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने किशोरियों को किशोरावस्था में होने वाले प्रेम प्रसंगों के प्रति जागरूक किया और उनसे आग्रह किया कि वे ऐसे भावनात्मक आवेश में आकर घर से पलायन न करें, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने साइबर हिंसा के बढ़ते मामलों पर भी चिंता व्यक्त की और किशोरियों को इससे बचाव और ऑनलाइन सुरक्षा के उपायों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान, एडीजी ने नशे के गंभीर दुष्परिणामों से भी सभी को अवगत कराया और इससे बचाव के तरीकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने पारिवारिक विघटन के विभिन्न कारणों और समाज पर इसके नकारात्मक प्रभावों पर भी चर्चा की, जिससे उपस्थित लोग इन संवेदनशील मुद्दों के प्रति जागरूक हो सकें।
इससे पूर्व, अपर महानिदेशक अनुपम कुलश्रेष्ठ ने मैनपुरी पुलिस लाइन के सभागार में जिले के समाजसेवी और व्यापारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने विभिन्न सामाजिक और व्यापारिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया और जिले की कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव मांगे। इसी दौरान, उन्होंने वहां मौजूद चौकीदारों को उनकी सेवाओं के लिए प्रोत्साहित करते हुए साइकिलें भी वितरित कीं।
अपर महानिदेशक का यह दौरा उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप था, जिसके तहत पूरे प्रदेश में ऑपरेशन जागृति का चौथा चरण चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन का मुख्य लक्ष्य महिलाओं और किशोरियों को उनके अधिकारों, सुरक्षा और विभिन्न सामाजिक बुराइयों के प्रति जागरूक करना है, ताकि वे एक सुरक्षित और सशक्त जीवन जी सकें। अनुपम कुलश्रेष्ठ का यह प्रयास निश्चित रूप से मैनपुरी जिले की महिलाओं और किशोरियों के लिए एक सकारात्मक संदेश लेकर आया है।