अग्रभारत,
-पैटून पुल निर्माण की मांग को लेकर व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन कर किया था हंगामा
– व्यापारियों की बाजार बंद की चेतावनी के बाद जागा प्रशासन
पिनाहट। गुरुवार को मध्य प्रदेश के वन विभाग द्वारा परमिशन मिलने के बाद पुल के ठेकेदार ने चंबल नदी किनारे रखे पुल के पीपो पर रंगाई पुताई का कार्य पुनः शुरू कर दिया हैं । वही ठेकेदार ने 10 नवम्बर तक पिनाहट घाट चंबल नदी पर पैटून पुल पर आवागमन शुरू करने का दावा किया है।
जानकारी के अनुसार पिनाहट घाट चंबल नदी पर प्रतिवर्ष लोक निर्माण विभाग आगरा द्वारा उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश दोनों राज्यों के यात्रियों को चंबल नदी पार कराने के लिए पीपों के पुल का निर्माण करता है। जिसका टेंडर भी उठाया जाता है। टेंडर उठने के बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा ठेकेदार को पिनाहट घाट चंबल नदी पर पैटून पुल निर्माण की अनुमति सशर्त दीं जाती है। 8 माह के लिए पैटून पुल संचालन और शेष बरसात के चार माह के लिए स्टीमर संचालन की अनुमति दी जाती है। अनुमति मिलने के बाद ही पिनाहट घाट चंबल नदी पर 15 अक्टूबर से 14 जून तक पैंटून पुल और 15 जून से 14 अक्टूबर तक स्टीमर का संचालन होंता है। 8 माह तक पेंटून पुल के द्वारा और शेष बरसात के चार माह तक स्टीमर के द्वारा उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश दोनों राज्यों की यात्रियों को चंबल नदी पार कराई जाती है।लेकिन एक सप्ताह पूर्व मध्य प्रदेश के वन विभाग के कर्मचारियों ने परमिशन न होने का हवाला देकर रंगाई पुताई के कार्य को रोक दिया ।जिससे पैटून पुल निर्माण कार्य पर रोक लग गई । जिससे कस्बे के व्यापारियों में भरी आक्रोश व्याप्त हो गया । आक्रोशित व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हंगामा शुरू कर दिया था।और दो दिन में पैटून पुल निर्माण कार्य शुरू न होने पर बाजार बंद कर धरने पर बैठने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद उप जिलाधिकारी बाह सृष्टि सिंह पिनाहट घाट पहुंची।और इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी।उच्च अधिकारियों के हस्त क्षेप के बाद गुरुवार को पुनः पिनाहट घाट चंबल नदी पर पैटून पुल के पीपो पर रंगाई पुताई का काम शुरू कर दिया गया है।
वही पुल के ठेकेदार चन्द्रसेन तिवारी क्या कहना है कि मध्य प्रदेश वन विभाग द्वारा एनओसी ले ली गई है। परमिशन मिलने के बाद कर्मचारियों ने पैटून पुल पर रंगाई पुताई का काम पुनः शुरू कर दिया है।10 नवम्बर तक दीपावली से पहले पैटून पुल पर आवागमन शुरू कर दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश दोनों राज्यों के यात्रियों को दुपहिया व चार पहिया वाहनों सहित आवागमन में भारी सुविधा मिलेगी।