ब्रज के तीर्थ पुरोहितों की छवि धूमिल कर रहे पलके, तीर्थ पुरोहित महासभा ने ब्रज की छवि बचाने की उठाई आवाज

Bringing Action Against Pilgrims' Exploitation: Protecting the Sacred Image of Braj

Komal Solanki
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-ब्रज मंडल तीर्थ पुरोहित महासभा के पदाधिकारी अपनी शिकायत लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे।

मथुरा। श्रद्धालुओं को ब्रज की सही छवि दिखाने के बजाय अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए ब्रज के प्राचीन तीर्थ स्थलों को गलत तरीके से प्रदर्शित करने वाले पलके अब ब्रज की छवि को धूमिल कर रहे हैं। इन पलकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार को अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासंघ का एक प्रतिनिधि मंडल मथुरा जिलाधिकारी से मिला और इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त की। इस संदर्भ में महासभा के प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा।

तीर्थ पुरोहित महासभा की चिंता

तीर्थ पुरोहित महासभा के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से कहा कि यह समस्या लंबे समय से जारी है और महासभा पहले भी कई बार इस विषय पर अधिकारियों से शिकायत कर चुकी है, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने बताया कि अगर समय रहते ऐसे लपकों के खिलाफ कार्रवाई की जाती तो गोकुल में हाल ही में हुई घटना को टाला जा सकता था। इस घटनाक्रम में पलकों द्वारा ब्रज के एक तीर्थ स्थल पर श्रद्धालुओं से गलत तरीके से पैसे वसूले गए थे, जिस कारण से ब्रज की छवि को नुकसान पहुंचा है।

पलकों की बढ़ती सक्रियता

महासभा के पदाधिकारियों का कहना था कि अब गोवर्धन, वृंदावन, मथुरा और बरसाना जैसे अन्य प्रमुख तीर्थ स्थलों पर भी पलके सक्रिय हो गए हैं, जिससे न केवल तीर्थ पुरोहितों की छवि धूमिल हो रही है, बल्कि ब्रज की धार्मिक और सांस्कृतिक छवि भी प्रभावित हो रही है। इन पलकों की गतिविधियां श्रद्धालुओं के लिए असुविधाजनक हो रही हैं और उनका विश्वास तीर्थ स्थलों पर कमजोर हो रहा है।

जिलाधिकारी से की गई अपील

प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी से अपील की कि ऐसे लपकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ब्रज आने वाले श्रद्धालुओं के साथ कोई ऐसी घटना न हो। साथ ही, उन्होंने गोकुल की घटना का हवाला देते हुए यह भी कहा कि दोषियों को केवल पैसे लौटवाकर छोड़ देना गलत है, और दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।

जिलाधिकारी का आश्वासन

जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने तीर्थ पुरोहित महासभा के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि इस मामले में कार्रवाई जरूर की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से देखेगा और जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

प्रतिनिधि मंडल में शामिल लोग

इस ज्ञापन और मांग पत्र में ब्रज प्रांत अध्यक्ष आचार्य लालजी भाई शास्त्री, ब्रज प्रांत महामंत्री अमित भारद्वाज, ब्रज मंडल अध्यक्ष मुरारीलाल उपाध्याय, ब्रज प्रांत महामंत्री यज्ञदत्त शास्त्री, अजय चतुर्वेदी, ब्राह्मण महासभा की यमुना देवी शर्मा, मधु शर्मा, और ब्रज मंडल मंत्री गोपाल चतुर्वेदी जैसे प्रमुख सदस्य शामिल थे।

ब्रज की छवि को बचाने के लिए एकजुट होने की आवश्यकता

इस घटना ने साफ तौर पर यह दिखा दिया है कि ब्रज के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को बचाने के लिए तीर्थ पुरोहितों, धार्मिक संगठनों और प्रशासन को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है। यदि इस मुद्दे को समय रहते गंभीरता से न लिया गया, तो यह ब्रज की सांस्कृतिक धरोहर और तीर्थ स्थलों की छवि को और अधिक नुकसान पहुंचा सकता है।

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