ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली और अतिरिक्त गैर-विभागीय कार्यों के विरोध में सचिवों का प्रदर्शन; बीडीओ को सौंपा ज्ञापन
जैथरा, एटा। एटा जिले के जैथरा विकास खंड कार्यालय में शुक्रवार को पंचायत सचिवों का विरोध प्रदर्शन अपने पांचवें दिन में प्रवेश कर गया। ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली (Online Attendance System) को लागू किए जाने और लगातार गैर-विभागीय कार्यों की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपे जाने के विरोध में सचिवों ने कार्य का पूर्ण बहिष्कार जारी रखा। इस धरने के कारण क्षेत्र की कई ग्राम पंचायतों में होने वाले महत्वपूर्ण विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़ गए हैं, जिससे जनता के बीच असंतोष बढ़ रहा है।
विरोध की मुख्य वजहें और प्रदर्शन
ग्राम विकास अधिकारी सुनील राठौर के नेतृत्व में सभी पंचायत सचिव सुबह से ही विकास खंड कार्यालय परिसर में जमा हो गए और जोरदार नारेबाजी के साथ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पंचायत सचिवों का स्पष्ट कहना है कि:
- संसाधनों का अभाव: बिना किसी पर्याप्त संसाधन और बुनियादी ढाँचे के उन पर लगातार अन्य विभागों के कार्यों का बोझ डाला जा रहा है।
- मूल कार्य प्रभावित: अतिरिक्त कार्यों के कारण उनके मूल विभागीय दायित्वों (Development Works) का निर्वहन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
- अव्यवहारिक ऑनलाइन उपस्थिति: नई ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली अव्यवहारिक है और इसे तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए, या इसे व्यावहारिक रूप में लागू किया जाए।
खंड विकास अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
धरना प्रदर्शन के दौरान, पंचायत सचिवों के प्रतिनिधिमंडल ने खंड विकास अधिकारी (BDO) अजीत सिंह को अपनी मांगों से संबंधित एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मुख्य रूप से यह बताया गया है कि ग्राम पंचायत स्तर पर तैनात सचिवों से उनके मूल कार्यों (जैसे ग्राम विकास योजना, मनरेगा, आवास योजना आदि) के अलावा अन्य विभागों के कार्य भी कराए जा रहे हैं।
- शिकायत: सचिवों को इन अतिरिक्त कार्यों के लिए न तो आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाते हैं और न ही किसी प्रकार की सहूलियत दी जाती है।
- मांग: ज्ञापन में अव्यवहारिक ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली को तत्काल समाप्त करने या उसे कार्य के अनुरूप बनाने की मांग प्रमुखता से की गई है।
विकास कार्यों पर गहरा असर
सचिवों का कहना है कि एक ओर अतिरिक्त जिम्मेदारियां और दूसरी ओर ऑनलाइन हाजिरी का दबाव, इन दोनों के कारण पंचायतों में विकास कार्यों की गति पूरी तरह से रुक गई है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया और समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करने के लिए विवश होंगे, जिसके लिए प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होगा।
धरने में मौजूद प्रमुख सचिव
इस विरोध प्रदर्शन में पंचायत सचिव दीपक कुमार, नरेंद्र कुमार, गौरव सिंह, चंदन कुमार, संजय कुमार, अनिल कुमार, अभिषेक उपाध्याय, निवेंद्र सिंह, अजहर खान, मनोज कुमार, लोकेंद्र सेंगर सहित अन्य सचिवों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
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