झाँसी उत्तर प्रदेश
सुल्तान आब्दी
राष्ट्रभक्त संगठन के तत्वाधान में धूमधाम से मनाई गई रानी झांसी की जन्मजयंती आज राष्ट्रभक्त संगठन के कार्यकर्ता केंद्रीय अध्यक्ष अंचल अरजारिया के नेतृत्व में रानी महल से पैदल मार्च करते हुए रानी तेरा यह बलिदान याद करेगा हिंदुस्तान, महारानी झांसी अमर रहे, झांसी की क्या पहचान लक्ष्मीबाई लक्ष्मीबाई नारे लगाते हुए किले के अंदर पहुंचे जहां पर सभी ने रानी के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेने की शपथ ली और सनातन हिंदू संस्कारों पर चलते हुए देश के लिए काम करने की शपथ ली। इस अवसर पर केंद्रीय अध्यक्ष ने बताया कि राष्ट्रभक्त संगठन लंबे समय से रानी झांसी की जन्मजयंती के अवसर पर पूर्व संध्या पर बाइक रैली पूरे झांसी भर में निकालकर लोगों को रानी का जन्म दिवस मनाने के लिए जागरूक करता है और फिर किले पर आकर श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
इसी तरह से बलिदान दिवस पर 17 जून को झांसी किले से चलकर यात्रा रानी झांसी बलिदान स्थल ग्वालियर पहुंचती है, जहां पर तीन दिवसीय भव्य मेले का आयोजन होता है। 22 साल पहले शुरू किए गए ये कार्यक्रम आज संपूर्ण झांसी में उत्साह के साथ मनाए जाते हैं।
इस बार रानी झांसी का जन्मोत्सव पूरे देश भर में मनाया जाए और मिशन शक्ति—नारी सशक्तिकरण—जिसका रानी झांसी एक ज्वलंत उदाहरण हैं, उनके संस्कार, शौर्य और अनुशासन को देखते हुए जन्म दिवस को पूरे देश और उत्तर प्रदेश में मनाने हेतु प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को राष्ट्रभक्त संगठन ने पत्र लिखकर मांग की है।
कार्यक्रम का संयोजन प्रताप मानू, डीजे एवं अर्पित शर्मा ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से मोनू प्रताप, प्रवीण कुशवाहा, चंदन रैकवार, दीपक कुशवाहा, प्रकाश अहिरवार, कैलाश कुशवाहा, शिव सोनी, रवि कुशवाहा, आकाश कुशवाहा, संदीप कुशवाहा, बालवीर रावत, आशीष रैकवार, भूपेंद्र वंशकार, ऋषभ, गोलू राजपूत, नानू, साहिल, नीलू, आयुष, वासु, प्रशांत, रचित, शिवम, कार्तिकेय, मलकीत, अरविंद, धनराज, पिस्टन, गणेश कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।
