आगरा/लखनऊ – आलू की कीमतों में भारी गिरावट के कारण किसानों के सामने आई संकट की स्थिति को देखते हुए, आगरा के किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ पहुंचा। उन्होंने उद्यान निदेशालय में मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपकर किसानों को आत्महत्या से बचाने के लिए सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने किया।
सरकार से प्रमुख मांगें
प्रतिनिधिमंडल ने अपर निदेशक कौशल किशोर नीरज को ज्ञापन सौंपा, क्योंकि उद्यान निदेशक मौके पर मौजूद नहीं थे। ज्ञापन में किसानों ने सरकार से कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं, जिनमें प्रमुख हैं:
* आलू बीज पर सब्सिडी: किसानों को आलू बीज आधे रेट पर उपलब्ध कराया जाए, ताकि अगली फसल की लागत कम हो सके।
* कोल्ड स्टोरेज भाड़े में छूट: कोल्ड स्टोरेज के किराए में 50% की सब्सिडी दी जाए, क्योंकि आलू के कम दाम मिलने से किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं।
* सरकारी खरीद: सरकार किसानों के आलू को सीधे खरीदे और इसे मिड-डे मील योजना जैसी सरकारी योजनाओं में इस्तेमाल करे।
किसानों को आत्महत्या से बचाने की अपील
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर किसानों को तुरंत राहत नहीं दी गई, तो वे आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसान भुखमरी की कगार पर हैं और सरकार को इस संकट से उन्हें बचाना होगा।
अपर निदेशक ने किसान नेताओं को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को सरकार के सामने रखा जाएगा और जल्द ही इसका समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा। इस दौरान कुशल पाल सिंह चाहर, सुरेंद्र सिंह, नागेंद्र सिंह, विनोद कुमार और रघुनाथ शर्मा सहित कई अन्य किसान नेता मौजूद थे।