पिनाहट (आगरा): पिनाहट क्षेत्र के चंबल नदी घाट पर स्थित पांटून पुल को विधायक के हस्तक्षेप के बाद देर शाम चालू किया जा सका, जिससे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच वाहनों का आवागमन पुनः शुरू हो गया। यह पुल हर वर्ष पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोगों की सुविधा हेतु बनाया जाता है, लेकिन इस बार पुल के निर्माण में देरी हो गई थी, जिसके कारण लोग परेशान हो गए थे।
पुल निर्माण में आई देरी
इस वर्ष पांटून पुल का निर्माण कार्य समय पर पूरा नहीं हो सका था। ठेकेदार द्वारा मरम्मत कार्य किए जाने के बावजूद नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पुल की व्यवस्था बिगड़ गई थी। शनिवार दोपहर तक पुल को चालू करने का प्रयास किया गया, लेकिन नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण स्थिति और जटिल हो गई।
ठेकेदार और कर्मचारियों की मेहनत से पुल चालू
ठेकेदार चंद्रसेन तिवारी और उनके सहयोगी कर्मचारी राजवीर ने इस संकट को हल करने के लिए अपनी पूरी मेहनत झोंक दी। उन्होंने सभी कर्मचारियों को मध्य प्रदेश की तरफ बड़ी भिच्ची स्लिप बनाने के लिए लगाया। इसके साथ ही बालू की बोरियों को भरकर किनारों पर लगाया गया ताकि पानी के कटाव से पुल की संरचना को नुकसान न हो। इसके बाद गार्डर और स्लीपर लगाकर पुल को देर शाम तक चालू कर दिया गया।
पुल चालू होते ही क्षेत्र में खुशी की लहर
पुल के चालू होते ही उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच वाहनों का आवागमन फिर से शुरू हो गया। इस पुल के माध्यम से दोनों राज्यों के करीब 200 से अधिक गांवों और शहरों को सीधा लाभ मिलेगा। अब ग्रामीणों को डेढ़ सौ किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता तय करने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उनका समय और खर्च दोनों बचेंगे।
विधायक का आभार व्यक्त
इस कार्य को संभव बनाने में विधायक बाह रानी पक्षालिका सिंह का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने समय रहते हस्तक्षेप किया और प्रशासनिक अधिकारियों से पुल की शीघ्रता से मरम्मत और चालू करने की मांग की। क्षेत्रीय जनता ने विधायक का आभार व्यक्त किया और उनके योगदान की सराहना की।
आवागमन का महत्व
यह पांटून पुल दोनों राज्यों के बीच यातायात के लिए महत्वपूर्ण मार्ग है। पुल के चालू होने से न केवल आवागमन में सुगमता आई है, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।