प्रधानमंत्री सोमवार को अयोध्या में वाटर मेट्रो का लोकार्पण कर सकते हैं। वाटर मेट्रो का निर्माण केरल के कोचीन शिपयार्ड में हुआ है। वाटर मेट्रो की लंबाई 24.8 मीटर, चौड़ाई 6.40 मीटर और नदी तल से ऊंचाई 4.3 मीटर है। वाटर मेट्रो को चार्ज होने में 10 से 15 मिनट का समय लगता है।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वाटर मेट्रो का लोकार्पण कर सकते हैं। यह वाटर मेट्रो अयोध्या से 10 किलोमीटर दूर गुप्तार घाट तक संचालित होगी।
वाटर मेट्रो को केरल के कोचीन शिपयार्ड में बनाया गया है। यह एक केटामरीन बोट है, जिसमें 50 यात्री बैठ सकते हैं। वाटर मेट्रो को चार्ज होने में 10 से 15 मिनट का समय लगता है।
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने वाटर मेट्रो के लिए अयोध्या में दो जेटी का निर्माण किया है। एक जेटी संत तुलसीदास घाट (कच्चा घाट) पर है, जबकि दूसरा जेटी गुप्तार घाट पर है।
अयोध्या से गुप्तार घाट तक होगा संचालन
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का प्रयास है कि प्रधानमंत्री के अयोध्या आने से पहले वाटर मेट्रो संत तुलसीदास घाट (कच्चा घाट) पर स्थित अपने प्रारंभिक स्टेशन पर पहुंच जाए। वाटर मेट्रो के साथ एक दूसरी बोट से भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के निदेशक एलके रजक, उप निदेशक राकेश कुमार सहित 30 से 35 लोगों की टीम भी अयोध्या आ रही है।
वाटर मेट्रो के लोकार्पण के बाद यह अयोध्या में जल पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह पर्यटकों को अयोध्या के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का मौका देगी।
प्रधानमंत्री के अयोध्या दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा के लिए भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं।