लखनऊ: लखनऊ के हसनगंज कोतवाली में तैनात एक दरोगा को एंटी करप्शन टीम ने डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दरोगा ने एक मुकदमे से ग्राम प्रधान का नाम हटाने के एवज में यह रिश्वत मांगी थी।
क्या है पूरा मामला?
हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की महिला ने 18 दिसंबर को एक शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उसने कुछ लोगों पर जान से मारने की धमकी देने और छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच कर रहे दरोगा बेचन यादव ने इस मामले में ग्राम प्रधान अभिषेक गौतम, प्रेमचंद और आशीष पर छेड़छाड़ की धाराओं में बढ़ोतरी कर दी थी।
ग्राम प्रधान का आरोप है कि दरोगा बेचन यादव ने उनसे इस मामले से उनका नाम हटाने के लिए डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। ग्राम प्रधान ने इस मामले की शिकायत एंटी करप्शन टीम से की।
एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई
एंटी करप्शन टीम ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए एक जाल बिछाया और दरोगा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। दरोगा की कार से रिश्वत की रकम भी बरामद की गई।
दरोगा के खिलाफ कार्रवाई
दरोगा बेचन यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया है।