आगरा: योगी राज में भाजपा की नेत्री के साथ छेड़छाड़ और अश्लील फोटो खींच कर ब्लैकमेलिंग के आरोपित सपा नेता पर पुलिस मेहरबान है। साठगांठ का आरोप लगाकर पीड़ित महिला के पक्ष में आए विवेकानंद यूथ ब्रिगेड ने उप पुलिस आयुक्त को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं महिला ने कार्रवाई न होने पर जिला मुख्यालय पर आत्मदाह करने की धमकी दी है। उप आयुक्त सूरज राय ने सहायक आयुक्त अरीब अहमद को जांच कर उचित धाराओं को बढ़ाने और आरोपित के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक दयालबाग की रहने वाली महिला सरकारी शिक्षक है। महिला समाज सेवा के साथ भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय कार्यकर्ता है। महिला का आरोप है कि पारिवारिक संबंधों में उसकी मुलाकात विजय नगर निवासी सपा के पूर्व जिला कोषाध्यक्ष मनोज गुप्ता से हुई थी। मनोज गुप्ता ने अलीगढ़ में पैतृक जमीन पर कब्जे के मामले में मदद के बहाने साथ आना जाना शुरू किया। मनोज गुप्ता को वो भाई समझती रही पर उसके दिल में कुछ और था।
महिला के टुंडला के रहने वाले युवक से प्रेम संबंध होने और नवंबर माह में शादी तय होने की सुनते ही उसने साजिश शुरू कर दी। पहले अलीगढ़ में जमीन के दूसरे पक्ष से साठ गांठ की और फिर कौड़ियों के दाम जमीन बेचने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसके बाद आरोपित ने 24 सितंबर को कागजात देने के बहाने से घर बुलाया और उसे जूस पिलाकर बेहोश कर दिया। महिला को जब होश आया तो वो बिस्तर पर नग्न अवस्था में पड़ी थी और मनोज गुप्ता उसके अश्लील वीडियो बना रहा था।
मनोज गुप्ता ने वीडियो वायरल न करने के बदले में जमीन बेचने और उसकी मर्जी के हिसाब से आकर शारीरिक संबंध बनाने की शर्त रख दी। बात न मानने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी और गुर्गों संग घर पर आकर मारपीट कर हाथ तोड़ दिया। पीड़िता ने पुलिस से गुहार लगाई तो कोई सुनवाई नहीं हुई और इसी बीच उसने पीड़िता के मंगेतर को बुला कर अश्लील फोटो आदि दिखा कर रिश्ता तुड़वा दिया।
पीड़िता की गुहार सुनकर पुलिस आयुक्त प्रीतिंदर सिंह ने थाना न्यू आगरा को तत्काल मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए पर हैरानी की बात देखिए कि महिला के पास ब्लैकमेलिंग और अश्लील फोटो खींचने के सबूत ऑडियो और मोबाइल पर भेजे गए मैसेज के रूप में मौजूद होते हुए भी पहले पुलिस ने उसके मंगेतर पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया और बाद में महिला के समाज के नेताओं द्वारा हंगामा करने पर सिर्फ मारपीट और धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया।
पीड़िता ने आक्रोश जताया तो उसे विवेचना में धाराएं बढ़ाने का आश्वासन दिया। महिला आयोग ने मामले का संज्ञान लेकर धाराओं में वृद्धि कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए तो उसमें भी जांच में लीपापोती कर दी गई। गुरुवार को महिला द्वारा आत्मदाह की धमकी के बाद अधिकारियों ने एक बार फिर कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
महिला का कहना है कि जब योगी राज में सपा नेता को बचाने के लिए पूरा महकमा एक हो गया तो इस जैसी मामूली कार्यकर्ता के लिए जीवन जीने का कोई महत्व नहीं रह गया है। सपा नेता लगातार उसकी वीडियो और फोटो वायरल कर राष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने की धमकी दे रहा है।