झाँसी, उत्तर प्रदेश, सुल्तान आब्दी : झाँसी की बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी (Bundelkhand University) का परिसर बुधवार को छात्र राजनीति की जंग का मैदान बन गया। समर्थ पोर्टल (Samarth Portal) की गड़बड़ियों को लेकर चल रहा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का शांतिपूर्ण धरना दोपहर होते-होते हिंसक झड़प में बदल गया।
ABVP कार्यकर्ताओं और समाजवादी छात्र सभा, एनएसयूआई (NSUI) व पीडीए (PDA) के छात्र नेताओं के बीच जमकर हाथापाई हुई, जिससे यूनिवर्सिटी का माहौल गरमा गया। कैंपस में लात-घूंसे, धक्का-मुक्की और वाहनों में तोड़फोड़ की खबर से भगदड़ मच गई।
शांतिपूर्ण धरने में घुसे 200 कार्यकर्ता
बताया गया है कि ABVP के कार्यकर्ता समर्थ पोर्टल की समस्याओं को लेकर शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे। इसी बीच, लगभग 200 की संख्या में समाजवादी छात्रसभा, एनएसयूआई और पीडीए के छात्र नेता कैंपस में दाखिल हो गए। देखते ही देखते नारेबाजी के बीच दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई, जो जल्द ही हाथापाई और मारपीट में बदल गई। झड़प के दौरान गाली-गलौज, गला दबाने और जान से मारने की धमकी तक देने के आरोप लगे हैं।
* ABVP कार्यकर्ताओं के वाहनों में तोड़फोड़ की भी खबर है। घटना इतनी अचानक हुई कि मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी भी स्थिति को संभालने में हैरान रह गए।
11 नामजद और 200 अज्ञात पर FIR की मांग
ABVP के कार्यकर्ता शिवम भास्कर (निवासी कोछाभांवर, झाँसी) ने इस पूरे मामले को लेकर थाना नवाबाद में लिखित तहरीर दी है और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
शिवम भास्कर ने अपने प्रार्थना पत्र में 11 लोगों को नामजद किया है और करीब 200 PDA कार्यकर्ताओं पर हमले में हिस्सा लेने का आरोप लगाया है। नामजद आरोपियों में प्रमुख रूप से शामिल हैं:
* दीप नारायण सिंह यादव
* प्रदीप जैन आदित्य
* जिशान रज़ा
* धीरज यादव
* शैलेन्द्र बसेला
* नरेश यादव उर्फ़ वब्बा (तथा अन्य)
पुलिस ने मौके पर पहुँचकर हालात को काबू में किया है और तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर जांच आरंभ कर दी है।
छात्र राजनीति में भूचाल: चुनावी संघर्ष की आहट
इस भिड़ंत ने झांसी की छात्र राजनीति में भूचाल ला दिया है। एबीवीपी इस हमले की जांच और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रही है, वहीं विपक्षी छात्र संगठनों ने पलटवार करते हुए ABVP पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया है।
आने वाले छात्र संघ चुनावों से ठीक पहले एबीवीपी और समाजवादी छात्रसभा/विपक्षी दलों के बीच यह सीधा संघर्ष सियासी तापमान को बढ़ाने वाला साबित हो सकता है। फिलहाल कैंपस में तनाव का माहौल बना हुआ है।