आगरा: आगरा में एक अस्पताल संचालक ने अपने भाई और भतीजों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनके भाई, जो वर्तमान में ग्राम प्रधान हैं, ने जमीन कब्जाने की नीयत से उनकी दीवार तोड़ी और जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे उनकी जान को खतरा बना हुआ है।
घटना का पूरा विवरण
दिनेश यादव, जो आगरा में एक निजी अस्पताल के संचालक हैं, ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बताया कि वह तीन भाइयों में से एक हैं और उनके पिता ने दो साल पहले संपत्ति का बराबर बंटवारा किया था। बुधवार की शाम को उनके भाई, जो वर्तमान में ग्राम प्रधान हैं, अपने दो बेटों अरुण कुमार यादव और हिमांशु यादव के साथ उनके पास स्थित श्री राम धर्मशाला, अमानाबाद, आगरा में घुस आए।
दिनेश यादव ने आरोप लगाया कि उनके भाई और भतीजों ने वहां मौजूद रेलवे ट्रैक निर्माण कंपनी, श्री विनायक कंस्ट्रक्शन के साथ मारपीट की और वहां रखे सामान की तोड़फोड़ की। इसके बाद, वे उनकी वाटिका की दीवार को तोड़ने लगे। घटना की सूचना उन्हें उनके किरायेदारों और रिश्तेदारों ने दी। इसके बाद, दिनेश यादव ने तुरंत डायल 112 पर घटना की सूचना दी और मौके के लिए रवाना हो गए।
पुलिस की भूमिका और मारपीट की घटना
जब दिनेश यादव मौके पर पहुंचे, तो थाना बरहन पुलिस पहले से वहां मौजूद थी। पुलिस ने उनके भाई और भतीजों को दीवार तोड़ने से मना किया, लेकिन पुलिस के जाने के बाद आरोपियों ने दिनेश यादव को घेर लिया। इसके बाद उन पर लात-घूसों से हमला किया और उन्हें धमकियां दीं। आरोपियों ने दिनेश यादव से कहा कि यदि वे उनकी जमीन नहीं देंगे, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसके अलावा, शिकायत करने पर झूठे केसों में फंसाने की धमकी भी दी गई।
अस्पताल संचालक ने क्या कहा?
दिनेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उनके भाई समाजवादी पार्टी के नेता हैं और वर्तमान में जमाल नगर भैंस के ग्राम प्रधान हैं। उनका आरोप है कि प्रधानी और दबंगई के बल पर उनके भाई और भतीजे उनकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। दो साल पहले उनके पिता ने संपत्ति का बंटवारा किया था, लेकिन अब उनके भाई का इरादा उनकी जमीन पर कब्जा करने का हो गया है। दिनेश यादव ने बताया कि कुछ समय पहले उनके भाई ने अपनी संपत्ति का एक हिस्सा किसी को बेच दिया था, और अब उनकी नीयत पीड़ित की जमीन पर कब्जा करने की हो गई है।
पुलिस और प्रशासन से शिकायत
दिनेश यादव का आरोप है कि उन्होंने इस मामले में थाना बरहन में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। उनका कहना है कि कानूनी रूप से यह जमीन उनकी है और किरायेदार भी वहां रह रहे हैं। लेकिन उनके बड़े भाई दबंगाई का इस्तेमाल करते हुए अपनी सत्ता और प्रभाव का उपयोग कर रहे हैं। दिनेश यादव ने राज्य सरकार और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और कहा कि यदि जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई, तो उनकी जान और संपत्ति को खतरा हो सकता है।