आगरा, उत्तर प्रदेश: आगरा जनपद के थाना अछनेरा क्षेत्र के गाँव साधन से 17 वर्षीय किशोर सुनील के लापता होने का मामला अब कई पहलुओं के साथ सामने आ रहा है. जहाँ परिजन इसे अपहरण बताकर पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, वहीं पुलिस की जांच में कुछ अलग संकेत मिल रहे हैं, जिससे मामला पेचीदा होता दिख रहा है.
परिजनों का आरोप: “गाड़ी में डालकर ले गए, बचा लो”
परिजनों के अनुसार, सुनील 17 जून को सुबह लगभग 10 बजे घर से निकला था और उसके बाद रहस्यमयी ढंग से गायब हो गया. उसके भाई सुभाष ने बताया कि उसी दिन सुबह 11:17 बजे सुनील ने फोन कर रोते हुए कहा था—”मुझे गाड़ी में डालकर जबरन ले गए हैं, कमरे में बंद कर दिया है, बचा लो.” इसके बाद से उसका मोबाइल बंद है. स्वजन इसे अपहरण मानकर गंभीर चिंता में हैं.
परिवार का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती है. उनके अनुसार, उन्होंने कुछ संदिग्धों के नाम बताए थे, जिन्हें पुलिस ने थाने बुलाया, लेकिन बिना पूछताछ के छोड़ दिया. इसके अलावा, पुलिस ने 18 जून को केवल गुमशुदगी दर्ज कर मामले को हल्का कर दिया. परिजनों ने मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस आयुक्त तक शिकायत भेजते हुए किशोर की जल्द तलाश और संदिग्धों पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने दावा किया कि “घर में नौ दिन से चूल्हा नहीं जला, परिवार बुरी तरह परेशान है, लेकिन पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही.”
पुलिस की जांच में नया मोड़: प्रेम-प्रसंग का संकेत
हालांकि, इस मामले में पुलिस की ओर से एक अलग तस्वीर सामने आ रही है. थाना अछनेरा के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र कुमार द्विवेदी के अनुसार, “किशोर की कॉल डिटेल रिपोर्ट (CDR) निकाली गई है. प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है.”
पुलिस की जांच में सामने आया है कि पड़ोसी थाना क्षेत्र की एक युवती से किशोर की लगातार बातचीत हो रही थी और वह युवती भी अपने घर से लापता है. उस युवती की गुमशुदगी मथुरा जिले के एक थाने में दर्ज है. पुलिस का कहना है कि दोनों के एक साथ जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन मामले की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है.
फिलहाल, मामला अपहरण के आरोप और संभावित प्रेम-प्रसंग के बीच उलझा हुआ है. अब देखना यह होगा कि पुलिस की जांच किस दिशा में जाती है और किशोर की सुरक्षित वापसी कब तक सुनिश्चित हो पाती है.