जैथरा (एटा): जैथरा नगर पंचायत में एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण में गोलमाल को लेकर संदेहास्पद सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों और सभासदों का आरोप है कि इस परियोजना के लिए शासन से स्वीकृति लिए बिना ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। साथ ही, यह भी आशंका जताई जा रही है कि किसी अन्य मद से धनराशि का उपयोग कर जिम्मेदार अपनी जेबें गर्म करने की फिराक में हैं।
सूत्रों के अनुसार, नगर पंचायत में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण के लिए शासन से कोई स्पष्ट फंड स्वीकृत नहीं किया गया है। लोगों का आरोप है कि पंचायत अधिकारियों ने बिना किसी पारदर्शी प्रक्रिया के इस निर्माण को शुरू करवाया है। इसके लिए किसी अन्य योजना के फंड का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
नगरवासियों ने इस परियोजना पर आपत्ति जताते हुए कहा कि नगर पंचायत में पहले से ही विकास कार्यों का अभाव है। प्राथमिक सुविधाएं जैसे जलापूर्ति, सफाई, सड़कें और जल निकासी आदि खराब हालत में हैं, जबकि इन समस्याओं पर ध्यान देने के बजाय विवादित शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पर पैसा खर्च किया जा रहा है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “यह निर्माण हमारे लिए कोई प्राथमिकता नहीं है। अधिकारियों को पहले बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान देना चाहिए। इस प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार की बू आ रही है।नगर पंचायत के कुछ सभासदों ने भी इस मामले पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। उनका कहना है कि इस निर्माण के लिए कोई स्वीकृति नहीं ली गई और न ही इस पर चर्चा हुई।
एक पार्षद ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, यह साफ तौर पर भ्रष्टाचार का मामला है। अधिकारियों ने अपने लाभ के लिए इस निर्माण को प्राथमिकता दी है। हम इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे।
इस विवादित निर्माण को लेकर अब जांच की मांग उठ रही है। लोग चाहते हैं कि फंड की स्वीकृति और इसके उपयोग की पारदर्शिता सुनिश्चित हो। साथ ही, यह भी जांच की जाए कि क्या इस परियोजना का उद्देश्य वास्तव में नगर का विकास है या केवल व्यक्तिगत लाभ।
इस मामले ने नगर पंचायत में हो रहे विकास कार्यों की पारदर्शिता और ईमानदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग अब इस मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।