आगरा: आगरा जिले के अछनेरा क्षेत्र में राशन माफिया के खिलाफ पुलिस और आपूर्ति विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार सुबह, दोनों विभागों की टीम ने संयुक्त रूप से अछनेरा में स्थित एक गोदाम पर छापा मारा और वहां से 300 बोरी चावल बरामद किया। यह चावल राशन की दुकानों के लिए था, लेकिन इसे कालाबाजारी के लिए गोदाम में इकट्ठा किया गया था।
मनीष गिरफ्तार, एक कार जब्त
गोदाम से राशन माफिया के एक व्यक्ति, मनीष को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मौके से एक कार भी जब्त की है, जो गोदाम के पास खड़ी थी। कार को क्रेन से उठाकर थाने ले जाया गया। छापेमारी के दौरान जब्त किए गए चावल को राशन की दुकानों से बंटने के बजाय यहां रखा गया था, और माफिया इसे सस्ते दामों पर बेचने की योजना बना रहे थे।
पहले भी हुई कार्रवाई
यह गोदाम पहले भी विवादों में रहा है। पिछले दिनों इसी गोदाम से 500 बोरी चावल बरामद किया गया था। पुलिस और आपूर्ति विभाग ने अब तक इस माफिया के खिलाफ अछनेरा, खेरागढ़ और रूपवास क्षेत्र में कार्रवाई की है। इस छापे के बाद इस मामले में चौथा मुकदमा दर्ज होने की संभावना है।
माफिया का संचालन
सूत्रों के अनुसार, यह राशन माफिया का गोरखधंधा सुमित और उसका साला मनीष चला रहे हैं। सुमित खेरागढ़ क्षेत्र का निवासी है, जबकि मनीष अछनेरा का रहने वाला है। ये दोनों मिलकर राशन की कालाबाजारी करते हैं और इस अपराध में पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं।
टीम का नेतृत्व
अछनेरा में हुई इस छापेमारी का नेतृत्व सप्लाई इंसपेक्टर सुनील कुमार और विशाल ने किया, जबकि पुलिस बल के साथ अछनेरा थाने के इंसपेक्टर विनोद कुमार और कस्बा इंचार्ज राघवेंद्र कुमार भी शामिल थे। इस छापे में पुलिस ने माफिया के खिलाफ कार्रवाई कर बड़ी मात्रा में चावल जब्त किया।
कड़ी कार्रवाई की जरूरत
राशन की कालाबाजारी से न केवल सरकार को नुकसान होता है, बल्कि गरीब और जरूरतमंद लोगों को भी राशन का सही वितरण नहीं हो पाता। पुलिस और प्रशासन को अब मनीष और सुमित जैसे माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी, ताकि शहर के राशन वितरण में पारदर्शिता बनी रहे।
इस मामले में गिरफ्तारी के बाद, इन माफियाओं के खिलाफ कानून के तहत कड़ी सजा की उम्मीद है, ताकि इस तरह के गोरखधंधे में लिप्त लोग कानून से बच न सकें।