आगरा के सिकंदरा में एक इंटर कॉलेज की छात्रा ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि पड़ोस का युवक प्रेम संबंध के लिए दबाव बना रहा था। पुलिस पर FIR दर्ज न करने का आरोप। विस्तृत खबर पढ़ें।
आगरा: आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र के केके नगर शिवा कुंज में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक इंटर कॉलेज की नाबालिग छात्रा ने अपने घर में आत्महत्या कर ली, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है। परिजनों का आरोप है कि पड़ोस में रहने वाला एक युवक छात्रा को लगातार परेशान कर रहा था और उसी की प्रताड़ना के चलते छात्रा ने यह खौफनाक कदम उठाया। इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि परिजनों का दावा है कि घटना के 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की है।
क्या है पूरा मामला?
मृतका की बड़ी बहन ने सिकंदरा थाना में दी तहरीर में बताया कि उनकी नाबालिग बहन, जिसका नाम मोहनी (बदला हुआ नाम) है, गुरुवार सुबह अपने इंटर कॉलेज के लिए निकली थी। तभी पड़ोस में रहने वाले शैलेंद्र यादव नामक युवक ने उसे जबरन अगवा कर लिया। आरोप है कि शैलेंद्र मोहनी को बाईपुर स्थित एक सुनसान कमरे में ले गया, जहां उसने उसके साथ मारपीट करने की कोशिश की और जान से मारने की धमकी दी।
छात्रा ने किया विरोध, आरोपी फरार
तहरीर के अनुसार, छात्रा मोहनी ने आरोपी शैलेंद्र का डटकर विरोध किया और शोर मचाने की चेतावनी दी। छात्रा के विरोध करने पर घबराकर आरोपी शैलेंद्र उसे स्कूल के बाहर छोड़कर फरार हो गया। किसी तरह खुद को संभालते हुए छात्रा घर लौटी और उसने अपनी बड़ी बहन को पूरी आपबीती बताई। बहन ने उसे हिम्मत दी और बच्चों को लेने के लिए स्कूल चली गईं।
घर लौटकर दी जान
मोहनी भीतर तक टूट चुकी थी। बड़ी बहन के घर से बाहर जाते ही, छात्रा ने अपने कमरे में दुपट्टे से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। जब उसकी बड़ी बहन घर लौटी तो मोहनी को फंदे से लटका देख उनकी चीख निकल गई। आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा था, जिसे आज परिजनों को सौंप दिया गया है।
पुलिस के रवैये से आक्रोश
इस पूरे मामले में परिजनों और मोहल्ले वालों में भारी आक्रोश है। उनका आरोप है कि घटना के इतने घंटे बीत जाने के बाद भी सिकंदरा पुलिस ने अभी तक आरोपी शैलेंद्र यादव के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है। परिजन लगातार आरोपी की गिरफ्तारी और उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो शायद उनकी बेटी की जान बच सकती थी।
जनता में उबाल, न्याय की मांग
इस घटना से पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन भी छात्रा के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस की निष्क्रियता को लेकर सवाल उठ रहे हैं और उम्मीद की जा रही है कि उच्च अधिकारी इस मामले का संज्ञान लेंगे और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएंगे।