आगरा में रेलवे भूमि की नीलामी के विरोध में रिवर कनेक्ट अभियान द्वारा ज्ञापन सौंपा, सिटी फॉरेस्ट विकसित करने की मांग

Rajesh kumar
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आगरा में रेलवे भूमि की नीलामी के विरोध में रिवर कनेक्ट अभियान द्वारा ज्ञापन सौंपा, सिटी फॉरेस्ट विकसित करने की मांग

आगरा: रिवर कनेक्ट अभियान के सदस्यों ने आगरा के ताज ट्रिपेजियम जोन ऑथोरिटी के अध्यक्ष और मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें आगरा को प्रदूषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से गधा पड़ा मलगोदाम (Gadha Pada Malgodam) में रेलवे की भूमि पर एक सिटी फॉरेस्ट या ग्रीन लंग्स विकसित करने की मांग की गई।

रेलवे भूमि की नीलामी का विरोध

ज्ञापन में बताया गया कि गधा पड़ा मलगोदाम क्षेत्र में रेलवे की भूमि का एक बड़ा हिस्सा पिछले पचास वर्षों से खाली पड़ा है। यह भूमि यमुना ब्रिज स्टेशन में यार्ड को स्थानांतरित किए जाने के बाद से अनुपयोगी हो गई थी। रिवर कनेक्ट अभियान के सदस्य इस भूमि की नीलामी के निर्णय का कड़ा विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस भूमि को एक निजी बिल्डर को न देकर, इसे सार्वजनिक उपयोग के लिए एक पार्क या खेल स्टेडियम में बदला जाना चाहिए।

ज्ञापन में कहा गया, “हमारी मांग है कि इस खाली पड़ी भूमि को नीलाम करने के बजाय, इसे एक सिटी फॉरेस्ट के रूप में विकसित किया जाए। यह कदम न केवल आगरा शहर को अत्यधिक प्रदूषण से राहत प्रदान करेगा, बल्कि शहरवासियों को हरियाली और एक अच्छा मनोरंजन स्थल भी मिलेगा।”

पर्यावरणीय प्रभाव आकलन की आवश्यकता

रिवर कनेक्ट अभियान के सदस्य इस बात पर भी जोर दे रहे हैं कि इस भूमि पर निर्माण कार्य शुरू करने से पहले एक पर्यावरणीय प्रभाव आकलन (ईआईए) अध्ययन होना चाहिए। इसके साथ ही, आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा परियोजना की व्यवहार्यता अध्ययन, यातायात गतिशीलता अध्ययन और जल निकासी व्यवस्था का भी आकलन किया जाना चाहिए।

डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य ने कहा, “यह जरूरी है कि इस परियोजना से पहले पूरी तरह से अध्ययन किया जाए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इस निर्माण से शहर पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। हम चाहते हैं कि यमुना किनारा रोड और जीवनी मंडी से मोतीलाल नेहरू रोड के चौराहे पर यातायात की स्थिति का भी अध्ययन किया जाए।”

सिटी फॉरेस्ट के प्रस्ताव का समर्थन

रिवर कनेक्ट अभियान के बृज खंडेलवाल ने ताज ट्रेपजियम जोन अथॉरिटी से परियोजना को मंजूरी देने से पहले इसकी गहन जांच और सभी पर्यावरणीय पहलुओं पर विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “हम सभी चाहते हैं कि आगरा के पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे और इसे एक हरे-भरे शहर के रूप में विकसित किया जाए। सिटी फॉरेस्ट से न केवल प्रदूषण में कमी आएगी, बल्कि यह शहरवासियों के लिए एक स्वस्थ और शांतिपूर्ण वातावरण भी प्रदान करेगा।”

रिवर कनेक्ट अभियान की टीम का योगदान

ज्ञापन पर रिवर कनेक्ट अभियान के कई प्रमुख सदस्य हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य, ब्रज खंडेलवाल, महंत नंदन श्रोत्रिय, जुगल श्रोत्रिय, निधि पाठक, शहतोष गौतम, दिलीप जैन, शशिकांत उपाध्याय, ज्योति खंडेलवाल, विशाल झा, पद्मिनी अय्यर और पूरी रिवर कनेक्ट अभियान टीम का नाम शामिल है।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि रिवर कनेक्ट अभियान के सदस्य आगरा को एक साफ और हरा-भरा शहर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं और इस दिशा में सभी प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।

 

 

 

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