प्रदीप यादव
एटा (जैथरा)। जनपद एटा के जैथरा थाना क्षेत्र के गांव में गलत इलाज के चलते एक महिला की मौत हो गई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराया। आरोपी झोलाछाप डॉक्टर दुकान बंद कर भाग गया। पहले भी एक बच्चे की जान लेने के मामले में जेल जाने से बच चुका है।
ग्राम निवासी पट्टी संगीता देवी पत्नी सबल प्रताप उम्र करीब 35 वर्ष जुकाम बुखार से पीड़ित थी। दवाई लेने के लिए बुधवार शाम पति के साथ झोलाछाप डॉक्टर सूरज के यहां पहुंची थी। डॉक्टर ने बोतल व इंजेक्शन देकर इलाज शुरू किया जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई। हालत बिगड़ती देख डॉक्टर ने उसे मेट्रो हॉस्पिटल के लिए अपनी गाड़ी से रेफर कर दिया। जहां डॉक्टरों ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराया।
बता दें फरवरी 2017 में आरोपी डॉक्टर के इलाज से एक मासूम बच्चे की जान चली गई थी ।उस समय कोई प्रभावी कार्यवाही न हो पाने की वजह से वह लगातार प्रैक्टिस कर रहा था। इस बार स्वास्थ्य विभाग की तरफ से क्या कार्रवाई की जाएगी या मौत देने वाला झोलाछाप डॉक्टर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करता रहेगा?