सुल्तान आब्दी
झांसी – बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झाँसी के समाज कार्य विभाग में ग्रामीण नेतृत्व विकास प्रशिक्षण के अर्न्तगत कार्यशाला का आयोजन पंचपरमेश्वर विद्यापीठ के तत्वाधान में सम्पन्न हुआ। कार्यशाला में विद्यार्थियों को भारत में पंचायती राज व्यवस्था, ग्रामीण विकास की योजनाओं, उनके क्रियान्वयन के अवरोधक तत्वों और ग्रामीण नेतृत्व आदि के संबंध में जानकारी दी गई ।
तीसरी सरकार अभियान के जिला समन्वयक अमित त्रिपाठी ने उदघाटन सत्र में पंचपरमेश्वर विद्यापीठ ग्रामीण नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि ग्रामीण विकास हेतु ग्रामीण नेतृत्व आज के समय की मांग है । युवाओं को चाहिए कि सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण नेतृत्व को सशक्त करें ।
पंच परमेश्वर विद्यापीठ के प्रशिक्षक सुधीर त्रिपाठी ने नेतृत्व के गुण, कौशल, लक्ष्य। सही नेतृत्व से समुदाय को लाभ, परिवेश को लाभ, व्यवस्था परिवर्तन हेतु युवा नेतृत्व की आवश्यकता, कुरीतियों गलत परम्पराओं, भ्रष्टाचार आदि के उन्मूलन समाप्ति हेतु युवाओं की भागीदारी आदि बिंदुओं पर विचार व्यक्त किए । कार्यशाला को छह सत्रो में विभक्त कर चर्चा की गयी। कार्यशाला के अंत में प्रतिभागियों को छह समूहों में बांट कर समूह चर्चा कराई गई।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ यतीन्द्र मिश्र ने समाज कार्य प्रविधियों के प्रयोग के माध्यम से ग्रामीण विकास में योगदान देने हेतु प्रेरित किया, वहीं समाज कार्य विभाग के क्षेत्रीय कार्य समन्वयक डॉ मुहम्मद नईम ने युवाओं का आह्वान किया कि एक अच्छा नेतृत्वकर्ता वह है जो समस्या का समाधान प्रस्तुत करे। उन्होंने एक अच्छे नेता की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक अच्छा नेता समाज के समस्त वर्गों को साथ लेकर चलता है ।
इस अवसर पर डॉ नेहा मिश्रा, डॉ अनूप कुमार, गुंजा चतुर्वेदी, अमरदीप बमोनिया, इकबाल ख़ान, स्वागला सहारिया, दीपेश पटेल, अनिता अवस्थी, अभिषेक सिंह, मोहित कुमार, हिमांशी यादव, सुमन्त समाधिया, योगेन्द्र पाल, रोहन कुमार, अंशिका त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे ।
कार्यशाला का संचालन डॉ मुहम्मद नईम ने, स्वागत डॉ नेहा मिश्रा ने एवं आभार अमरदीप ने व्यक्त किया ।