आगरा। थाना जगदीशपुरा क्षेत्र के कस्बा बिचपुरी में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। शराब और बीयर के ठेकों के बाहर बने ढाबों पर खुलेआम शराब परोसी जा रही है, जिससे किसी भी दिन बड़ी घटना घटित हो सकती है। स्थानीय पुलिस की कथित संलिप्तता के कारण इन अवैध गतिविधियों पर रोक नहीं लग रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने खोली पोल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ने बिचपुरी कस्बे की हकीकत उजागर कर दी है। शराब के ठेकों के आसपास बने ढाबों पर नशेड़ियों का जमघट लगा रहता है। खुले में ही शराब परोसी जाती है, वहीं पास में ठेलों पर दूषित मांस भी बेचा जा रहा है। यह अवैध धंधा शाम होते ही तेज हो जाता है और रात 11 बजे तक निर्बाध रूप से चलता रहता है।
पुलिस की शह पर बेखौफ संचालक
स्थानीय लोगों के अनुसार, बघेल ढाबा, सोनू-मोनू ढाबा, राजपूत ढाबा समेत आधा दर्जन ढाबों के संचालक बेखौफ होकर अपने ग्राहकों को खुले में शराब परोस रहे हैं। पुलिस प्रशासन की कथित मासिक वसूली के चलते इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
क्षेत्र का माहौल हो रहा खराब
ढाबों पर हो रही अवैध गतिविधियों के कारण इलाके का माहौल बिगड़ता जा रहा है। शराब पीने के बाद ग्राहकों द्वारा गाली-गलौज और झगड़े आम हो गए हैं। महिलाओं का यहां से गुजरना मुश्किल हो गया है, क्योंकि नशे की हालत में शराबी अक्सर फब्तियां कसते हैं, जिससे महिलाओं को शर्मिंदा होकर निकलना पड़ता है।
दूषित मांस से गंभीर बीमारियों का खतरा
जानकारों के अनुसार, इन ढाबों पर बिकने वाला मांस सस्ता होने के कारण अधिक खपत में है। इसे अवैध रूप से कटे बीमार पशुओं से तैयार किया जाता है और सड़े-गले तेलों व मसालों में पकाकर परोसा जाता है। नशे की हालत में ग्राहक इसे खा लेते हैं, लेकिन इससे उन्हें गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है। पेट में अल्सर, अपच और बदहजमी जैसी समस्याएं आम हो सकती हैं।
प्रशासन कब लेगा संज्ञान?
क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि बिचपुरी के इन अवैध ढाबों और शराब के अड्डों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि स्थानीय लोगों को इस परेशानी से निजात मिल सके।