प्राथमिक विद्यालय महुअर को कायाकल्प योजना में मिली धन राशि,दीवालों पर भ्रष्टाचार की निशानी
आगरा।उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ग्राम पंचायतों के बेहतर विकास व विकास कार्यों में होने वाले भ्रष्टाचार को रोकने के गेटवे सोफ्टवेयर सहित कई अन्य कदम उठाए जा रहे हैं।लेकिन पंचायतराज विभाग में ग्राम पंचायतों के विकास का जिम्मा संभालने वाले सचिवों की मनमानी और कमीशन खोरी के नतीजे सामने आ रहे हैं। ब्लॉक अछनेरा के ग्राम पंचायत महुअर पाली सदर में सरकारी धन की बंदरबांट का मामला सामने आया है। रंगाई-पुताई और मरम्मत कार्यों के नाम पर लगभग दो लाख रुपये का भुगतान किया गया है। सरकारी कायाकल्प योजना के तहत प्राथमिक विद्यालय के सौंदर्यकरण के लिए मिले धन का दुरुपयोग हुआ है, जबकि विद्यालय आज भी अपनी बदहाल स्थिति पर आंसू बहा रहा है।श्री श्याम इंटरप्राइजेज के नाम पर मैटेरियल, आंगनबाड़ी, पंचायत भवन और प्राइमरी स्कूल की रंगाई-पुताई के लिए ₹76,931 का बिल जारी किया गया। साथ ही, 10 मजदूरों के नाम पर ₹1 लाख से अधिक का लेबर भुगतान वाउचर अक्टूबर 2024 में लगा कर भुगतान किया गया। इसके बावजूद प्राइमरी विद्यालय की दीवारें अब भी रंगाई-पुताई और पेंटिंग का इंतजार कर रही हैं।
प्रधान की सफाई पर उठे सवाल
ग्राम प्रधान ने कहा कि आंगनबाड़ी की रंगाई-पुताई के लिए पैसा आया था और स्कूल की पुताई के लिए धन आने पर काम कराया जाएगा। लेकिन भुगतान वाउचर से पता चला कि आंगनबाड़ी और विद्यालय दोनों के लिए धन पहले ही जारी हो चुका है।
कमीशनखोरी से प्रभावित योजनाएं,धन आवंटन पर सवाल
कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों के सौंदर्यकरण और अन्य सुधार कार्यों के लिए सरकार ने बड़ी धनराशि उपलब्ध कराई थी। इसके लिए मानक भी तय किए गए थे, लेकिन कमीशनखोर अधिकारियों और कर्मचारियों ने इन मानकों को नजरअंदाज कर धन का दुरुपयोग किया।मिली जानकारी के अनुसार, प्राथमिक विद्यालय महुअर के लिए 25 अक्टूबर 2024 को ₹1,13,450 का बिल जारी हुआ था। लेकिन अब तक विद्यालय में कोई काम नहीं हुआ है। ऐसा प्रतीत होता कि विद्यालय की दीवाल भ्रष्टाचार की निशानी छोड़ रही हों,लेकिन कायाकल्प योजना की निगरानी करने वाले अधिकारियों की उदासीनता और भ्रष्टाचार ने सरकारी योजनाओं की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।यह एक जांच का विषय है।
इनका कहना है
विकास खंड अधिकारी अरुण कुमार ने मामले में पहले तो कहा की कितने लोग इस मामले में फोन करेंगे,मामला संज्ञान में आया है जांच कर बता दिया जायेगा।
वहीं, प्राइमरी स्कूल की प्रधानाध्यापक अर्चना देवी ने स्पष्ट किया कि केवल रसोईघर की रंगाई-पुताई हुई है, अन्य किसी कार्य को विद्यालय में नहीं करता गया है ।