दो दिन में स्थानांतरण नहीं हुआ तो 23 जुलाई को धरना-प्रदर्शन की चेतावनी
एटा: ग्राम पंचायत अधिकारियों ने जिला पंचायती राज अधिकारी के व्यवहार पर तीखी नाराजगी जताते हुए आर्थिक व मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। रविवार को शीतलपुर ब्लॉक में ग्राम पंचायत अधिकारी संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले हुई बैठक में डीपीआरओ के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जल्द स्थानांतरण की मांग की गई।
बैठक की अध्यक्षता सुरेश सुरेंद्र सिंह ने की, जबकि संचालन समिति के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने किया। रजनीश कुमार ने आरोप लगाया कि डीपीआरओ का व्यवहार अधिकारियों के मान-सम्मान के खिलाफ है। बीते तीन महीनों से अकारण वेतन रोका गया है, विकास भवन में होने वाली बैठकों में गाली-गलौज की जाती है और एफआईआर की धमकी दी जाती है।
उन्होंने बताया कि डीपीआरओ अवकाश के दिनों में भी बैठक बुलाकर अनावश्यक दबाव बनाते हैं, जिससे अधिकारी मानसिक रूप से परेशान हैं। यह आचरण असहनीय हो चुका है।
समिति ने चेतावनी दी है कि यदि दो दिन के भीतर डीपीआरओ का स्थानांतरण नहीं किया गया, तो 23 जुलाई से सभी ग्राम पंचायत अधिकारी कार्य बहिष्कार करते हुए धरना-प्रदर्शन शुरू करेंगे।
बैठक में मौजूद रहे:
राघवेंद्र मिश्रा, सत्येंद्र कुमार, इमरान अली, मनोज, विश्वजीत, आशीष पटेल, नवनीत सिंह, कृष्ण गोपाल सहित कई अन्य ग्राम पंचायत अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।
जिला अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
बैठक के बाद समिति ने डीपीआरओ के खिलाफ आरोपों की विस्तृत जानकारी देते हुए जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और कार्रवाई की मांग की।