मथुरा के महावन क्षेत्र के गांव नगला लोका में सोमवार को शहीद सूबेदार देवकीनंदन का पार्थिव शरीर पहुंचा। शहीद के अंतिम दर्शन को हजारों की संख्या में जन सैलाब उमड़ पड़ा। शहीद का पार्थिव शरीर सेना की गाड़ी में गांव पहुंचा। सेना के अधिकारियों ने शहीद को सलामी दी। इसके बाद शहीद के छोटे पुत्र प्रिंस ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। उपस्थित लोगों ने भारत माता की जय तथा जब तक सूरज चांद रहेगा देवकी नंदन तुम्हारा नाम रहेगा के जयकारे लगाए।
देश के लिए शहीद हुए सूबेदार देवकीनंदन को दी गई अंतिम विदाई
मथुरा। महावन क्षेत्र के गांव नगला लोका मे शहीद सूबेदार देवकीनंदन का पार्थिव शरीर सेना की गाड़ी में लाया गया। जिसे देखकर हर किसी की आंखों से आंसू की धारा बह पड़ी तथा अंतिम दर्शन को हजारों की संख्या में जन सैलाब उमड़ पड़ा और शहीद के परिवार में कोहराम मच गयाद्य शहीद को सेना के द्वारा राजकीय सम्मान दिया गया। तहसील महावन के पुलिस और प्रशासन ने शहीद को श्रद्धांजलि सुमन अर्पित किए।
शहीद के छोटे पुत्र ने अपने पिता को दी मुखाग्नि
उपस्थित लोगों ने भारत माता की जय तथा जब तक सूरज चांद रहेगा देवकी नंदन तुम्हारा नाम रहेगा के जयकारे लगाए। सोमवार को शहीद सूबेदार देवकी नंदन का पार्थिव शरीर अपने पैतृक गांव नगला लोका पहुंचा। जिसे देखकर आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर उमड़ पड़ी। हर किसी की आंखें नम हो गई। शहीद के परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। शहीद सूबेदार देवकीनंदन नंदन देश सेवा के लिए सन 1998 में भर्ती हुए थे। हाल ही में उनकी पोस्टिंग अरुणाचल प्रदेश में थी। हार्ट अटैक से वह शहीद हो गए।
अंतिम विदाई में ये रहे शामिल
वह अपने पीछे अपने पिता भूपचंद तथा दो बेटा प्रिंस और पियूष तथा अपनी पत्नी को रोते हुए छोड़ कर चले गए हैं। उनके दोनों बेटे कक्षा 11 और 12 में पढ़ाई कर रहे हैं। शहीद की अंतिम विदाई में मेजर संदीप, सूबेदार गुलाब सिंह, देवेंद्र कुमार, एसडीएम शास्वत त्रिपुरारी, क्षेत्राधिकारी आलोक सिंह, तहसील दार सुशील कुमार गुप्ता, थाना प्रभारी आशा चौधरी तथा हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।