आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के जगनेर कस्बे में आज सुबह एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। मेन बाजार में सुबह करीब 10 बजे 12 वर्षीय विनायक मंगल, पुत्र दीपक मंगल, का अपहरण करने का प्रयास किया गया, लेकिन बच्चे की बहादुरी और सतर्कता के कारण यह कोशिश विफल रही। इस घटना ने क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
विनायक के पिता, दीपक मंगल, ने बताया कि उनका बेटा लंबे समय से बीमार है और गुरुग्राम के वेदांता अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। आज, विनायक हमेशा की तरह स्कूल गया था, लेकिन पेट दर्द की शिकायत होने पर वह सुबह 10 बजे के करीब घर लौट रहा था। रास्ते में, दो अज्ञात बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने विनायक की शर्ट का कॉलर पकड़कर उसे जबरदस्ती उठाने की कोशिश की। हालांकि, बच्चे के संघर्ष करने पर बदमाशों की पकड़ ढीली हो गई और विनायक को उठाने में उनकी चेन टूट गई, जिससे वह भागने में सफल रहा।
घटना की सूचना मिलते ही जगनेर पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और मामले की गहन छानबीन शुरू कर दी। पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को भी बारीकी से खंगाल रही है ताकि बदमाशों की पहचान की जा सके और उन्हें पकड़ा जा सके।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में गहरा गुस्सा और डर का माहौल व्याप्त है। कई अभिभावकों ने अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है और प्रशासन से बाजार तथा स्कूलों के आसपास पुलिस गश्त बढ़ाने की पुरजोर मांग की है। विनायक के पिता दीपक मंगल ने कहा, “मेरा बेटा तो बाल-बाल बच गया, लेकिन इस तरह की घटनाएं मन में डर पैदा करती हैं। प्रशासन को जल्द से जल्द इन बदमाशों को पकड़ना चाहिए ताकि कोई और परिवार ऐसी दहशत का शिकार न हो।”
यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना न केवल जगनेर कस्बे में बल्कि पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है। लोग सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर अपनी चिंताएं व्यक्त कर रहे हैं और बच्चों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।
फिलहाल, विनायक सुरक्षित है और अपने परिवार के साथ है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर दिनदहाड़े अपराध की बढ़ती वारदातों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सभी की निगाहें पुलिस की जांच और बदमाशों की गिरफ्तारी पर टिकी हुई हैं।